पिछले साल की तुलना में जिंसों की कीमतों में नरमी का सितंबर तिमाही से डाबर इंडिया पर सकारात्मक असर पड़ेगा। कंपनी के अनुसार, लेकिन मंहगाई में नरमी का पूरा लाभ अगली तिमाही में ही देखने को मिलेगा।
घरेलू सामान बेचने वाली कंपनी को भी उम्मीद है कि त्योहारी सीजन अच्छा रहने से दिसंबर तिमाही में उसकी वृद्धि को मदद मिलेगी।
डाबर इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी मोहित मल्होत्रा ने बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में कहा, ‘पिछले साल की तुलना में रुझान काफी बेहतर है। यह बहुत सकारात्मक है, लेकिन त्योहारों में देरी का असर इस तिमाही पर पड़ेगा।’ उन्होंने बताया कि त्योहारी सीजन को पिछले साल अक्टूबर के मुकाबले नवंबर तक बढ़ा दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘पिछले साल महंगाई अधिक रहने के कारण त्योहारी सीजन पर काफी असर पड़ा था। इसके उलट इस साल रुझान अच्छे दिख रहे हैं। हालांकि, इसका असर तीसरी तिमाही में ही दिखेगा।’ कंपनी ने पिछली कुछ तिमाहियों में ग्रामीण मांग में वृद्धि देखी है और मल्होत्रा को उम्मीद है कि यह रुझान जारी रहेगा।
मल्होत्रा ने कहा, ‘गांव और शहरों के बीच का अंतर लगातार कम हो रहा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, दोनों के बीच का अंतर जून में 700 आधार अंक से घटकर जुलाई में 400 आधार अंक हो गया।’
मल्होत्रा ने कहा कि महंगाई कम करने के अलावा, बेहतर बुनियादी ढांचे ने भी ग्रामीण क्षेत्र को बढ़ने में भी मदद की है। उन्होंने कहा, ‘चुनावी साल नजदीक आने के साथ हम ग्रामीण क्षेत्र के लिए बहुत सारे नए अनुदान देखेंगे। न्यूनतम समर्थन मूल्य भी बढ़ गया है। यह सब ग्रामीण बाजार के लिए अच्छा संकेत है।’
तीन तिमाहियों के अंतराल के बाद अप्रैल-जून तिमाही में डाबर की ग्रामीण वृद्धि फिर से उच्च एकल अंक में पहुंच गई। इससे कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ 5.3 फीसदी बढ़कर 464 करोड़ रुपये हो गया। मल्होत्रा ने कहा कि डाबर इंडिया को सकल मार्जिन में बढ़ोत्तरी की उम्मीद है।