रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के तेल और गैस कारोबार ने नवीनतम तिमाही में सर्वकालिक रिकॉर्ड स्तर का तिमाही लाभ दर्ज किया है। यह कारोबार भले ही कुल मुनाफे में बड़ी हिस्सेदारी का दावा करता हो, लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि अभी शायद यह चरम के करीब पहुंच गया है।
कई वर्षों से रिलायंस इंडस्ट्रीज के तेल और गैस कारोबार का प्रदर्शन इसके अन्य कार्यक्षेत्रों के मुनाफे की तुलना में नरम रहा है। हालांकि केजी-डी6 ब्लॉक से गैस उत्पादन शुरू होने से पिछली कई तिमाहियों में कारोबार बेहतर हुआ है।
बीएनपी पारिबा के विश्लेषकों ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि केजी-डी6 में गैस उत्पादन की शुरुआत (अप्रैल 2021 में सैटेलाइट क्लस्टर से और दिसंबर 2020 में आर-क्लस्टर से गैस उत्पादन शुरू हुआ था) के साथ परिवर्तन आरंभ हुआ है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एमजे क्षेत्र से गैस उत्पादन शुरू होने से इसे और बढ़ावा मिला है, जिसने वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में 2.9 करोड़ घन मीटर प्रति दिन (एमएमएससीएमडी) गैस उत्पादन किया और निकट भविष्य में 3 करोड़ घन मीटर प्रतिदिन का उत्पादन हासिल करने की ओर अग्रसर है।
वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के समेकित एबिटा में 10 प्रतिशत से कुछ अधिक हिस्सा उसके तेल और गैस व्यवसाय का रहा है। तिमाही के दौरान इस कारोबार ने 4,766 करोड़ रुपये का एबिटा दर्ज किया जो किसी तिमाही में अब तक का सबसे अधिक है।
हालांकि विदेशी और घरेलू ब्रोकरेज फर्मों के विश्लेषकों का मानना है कि यह इसके शीर्ष स्तर के करीब है। मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा है कि वित्त वर्ष 25 में तेल और गैस कारोबार के एमजे क्षेत्र में वॉल्यूम बढ़ोतरी का पूरा फायदा मिलेगा।
जेपी मॉर्गन के विश्लेषक इसे ‘अंतिम प्रयास’ कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिलायंस के ईऐंडपी कारोबार से बाजार को पहले काफी उम्मीदें थीं लेकिन बड़े डी1/डी3 क्षेत्रों ने आखिरकार उत्पादन के लिहाज से निराश किया।
विश्लेषकों ने कहा कंपनी अपनी अधिकांश विदेशी संपत्तियों और अधिग्रहित अमेरिकी शेल संपत्तियों से बाहर हो गई है। इस कारण विश्लेषकों को लगता है कि आरआईएल ने अपनी अपस्ट्रीम महत्वाकांक्षाओं को कम कर दिया है।
उत्पादन चरम पर पहुंचने से आरआईएल के नकदी प्रवाह/एबिटा में अस्थायी लाभ के बावजूद महत्वपूर्ण वृद्धि देखने को मिल सकती है। केजी-डी6 का तकरीबन 3 करोड़ घन मीटर प्रतिदिन गैस उत्पादन का शीर्ष स्तर दूर नहीं है। कंपनी के तिमाही परिणाम के रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा उत्पादन स्तर 2.9 करोड़ घन मीटर प्रतिदिन है।