जनवरी-मार्च तिमाही में प्लास्टिक पाइप कंपनियां बिल्डिंग मैटेरियल क्षेत्र में अन्य श्रेणियों की अपनी प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं।
पाइप कैटेगरी में प्रमुख सेगमेंटों में मजबूत मांग से पाइप कंपनियों को मार्च तिमाही में दो अंक की वृद्धि दर्ज करने में मदद मिल सकती है। इसकी तुलना में टाइल-बाथवेयर और वुड पैनल जैसी श्रेणियां मध्य से ऊंचे एक अंक की वृद्धि दर्ज कर सकती हैं और उन्हें मांग से संबंधित कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
सिस्टमैटिक्स रिसर्च का मानना है कि मार्च तिमाही में कई बिल्डिंग मैटेरियल श्रेणियों के लिए मांग सुस्त बनी रही होगी क्योंकि उपभोक्ता धारणा में मुद्रास्फीति के कारण कमजोरी आई है। हालांकि ब्रोकरेज के आशिष पोद्दार और महक शाह का मानना है कि पाइप सेगमेंट अपनी रफ्तार बरकरार रखेगा और प्लम्बिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर और कृषि जैसे प्रमुख वर्टिकलों की मदद से सालाना आधार पर 12 से 25 प्रतिशत के दायरे में बिक्री वृद्धि दर्ज करेगा।
इसके विपरीत, टाइल और वुड-पैनल कंपनियों के लिए मार्च तिमाही में मांग कमजोर रही है और प्रमुख सूचीबद्ध कंपनियां 5 से 9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर सकती हैं।
टाइल कंपनियों पर ऐक्सिस सिक्योरिटीज ने कहा है कि लाल सागर संकट के कारण अंतरराष्ट्रीय व्यापार में बाधाओं से कंटेनर लागत में पांच गुना इजाफा हुआ और माल ढुलाई का समय भी बढ़ गया जिससे टाइल निर्यात प्रभावित हुआ है।
इस कारण निर्यात इकाइयां अपना उत्पादन घरेलू बाजार में मोड़ रही हैं और इस तरह कीमतों पर दबाव बढ़ रहा है।
ब्रोकरेज के वेंकटेश बालासुब्रमण्यम और शुभम अग्रवाल का मानना है कि टाइल सेक्टर के लिए घरेलू मांग कमजोर बनी रहेगी। विश्लेषकों का मानना है कि कजारिया सिरेमिक्स राजस्व में गिरावट के साथ साथ सालाना आधार पर 7 प्रतिशत की बिक्री वृद्धि दर्ज करेगी। कजारिया सिरेमिक्स और सोमानी सिरेमिक्स द्वारा 3 से 4 प्रतिशत कम बिक्री वृद्धि दर्ज किए जाने का अनुमान है हालंकि नरम गैस कीमतों से उनका मार्जिन मजबूत बना रह सकता है।
वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में प्लाईवुड मांग दिसंबर तिमाही के समान बनी रहेगी। बीओबी कैपिटल मार्केट्स के अनुसार कमजोर मांग परिदृश्य और ऊंचे आयात दबाव से मार्जिन से जुड़ी समस्याओं के कारण वुड-पैनल क्षेत्र का परिचालन मुनाफा लगातार छठी बार तीसरी तिमाही में 4.5 प्रतिशत घटा।
चौथी तिमाही में वुड-पैनल का प्रदर्शन इमारती लकड़ी की कीमतों में वृद्धि, ऊंचे आयात और खासकर क्षेत्रीय कंपनियों से प्रतिस्पर्धी दबाव की वजह से प्रभावित रहेगा। इलारा सिक्योरिटीज के विश्लेषक अमित पुरोहित के अनुसार बीआईएस मानक क्रियान्वयन के दायरे में एमडीएफ और पार्टीकल बोर्ड को शामिल किए जाने से अल्पावधि में इस क्षेत्र पर दबाव दिखेगा।
उनका कहना है, ‘सस्ते एमडीएफ आयात ने घरेलू खंड की प्राप्तियों को प्रभावित किया है। हमें उम्मीद है कि पाइपों के रुझान को देखते हुए वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में टाइल्स और वुड पैनलों की मांग में सुधार होगा।’
जहां ग्रीनप्लाई की एमडीएफ बिक्री और प्राप्ति सालाना आधार पर सपाट रहने का अनुमान है, वहीं सेंचुरी के लिए इसमें इजाफा हो सकता है। यह क्षेत्र मार्च तिमाही में 4 प्रतिशत तक की कीमत गिरावट दर्ज कर सकता है। इलारा सिक्योरिटीज के पसंदीदा शेयरों में एस्ट्रल और सेंचुरी प्लाईबोर्ड मुख्य रूप से शामिल हैं।
भले ही अन्य कंपनियों को संघर्ष करना पड़ रहा है, लेकिन सुप्रीम इंडस्ट्रीज और एस्ट्रल के नेतृत्व में पाइप क्षेत्र का प्रदर्शन मजबूत रह सकता है। इन कंपनियों की बिक्री 20 से 25 प्रतिशत बढ़ सकती है।
प्रिंस पाइप्स और फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज का प्रदर्शन बाजार दिग्गजों के मुकाबले कमजोर रहने का अनुमान है और यह कंपनियां 12 से 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर सकती हैं।
सिस्टमैटिक्स रिसर्च का कहना है कि पाइप कंपनियां कम और स्थिर पीवीसी कीमतों के बीच आगामी तिमाहियों में लगातार बिक्री वृद्धि और मजबूत मार्जिन को लेकर आशान्वित हैं। बिल्डिंग मैटेरियल सेगमेंट में उसके पसंदीदा शेयर वुड पैनल में स्टाइलैम इंडस्ट्रीज और टाइल्स ऐंड बाथवेयर में कैरीसिल हैं। सिस्टमैटिक्स रिसर्च ने प्लास्टिक पाइप सेगमेंट में सभी कंपनियों पर ‘होल्ड’ रेटिंग दी है।