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Adani Power का हिस्सा बिका, जीक्यूजी पार्टनर्स को 9 हजार करोड़ रुपये में बेची हिस्सेदारी

अदाणी पावर ने हाल में 1.6 मेगावॉट अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल गोड्डा पावर प्लांट चालू किया है और अब बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति कर रही है।

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देव चटर्जी   
Last Updated- August 16, 2023 | 10:18 PM IST

अदाणी परिवार (Adani Group) ने बुधवार को अदाणी पावर की 8.1 फीसदी हिस्सेदारी कई ब्लॉक डील के जरिये जीक्यूजी पार्टनर्स को 1.1 अरब डॉलर यानी 9,000 करोड़ रुपये में बेच दी।

बुधवार के निवेश के साथ ऑस्ट्रेलिया में सूचीबद्ध निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स की अदाणी समूह की कंपनियों में कुल निवेश इस साल मार्च के बाद से अब तक 34,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। अदाणी समूह के शेयरों पर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद भारी चोट पड़ी थी।

जीक्यूजी पार्टनर्स का निवेश सॉवरिन फंड कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी के निवेश के कुछ ही दिन के भीतर हुआ है। कतर इन्वेस्टमेंट ने अदाणी ग्रीन एनर्जी की 2.7 फीसदी हिस्सेदारी 7 अगस्त को 3,920 करोड़ रुपये में खरीदी है।

अदाणी पावर ने हाल में 1.6 मेगावॉट अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल गोड्डा पावर प्लांट चालू किया

अदाणी पावर ने हाल में 1.6 मेगावॉट अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल गोड्डा पावर प्लांट चालू किया है और अब बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति कर रही है। इस तरह से समूह ट्रांसनैशनल पावर प्रोजेक्ट्स में प्रवेश कर गया। अदाणी पावर का शेयर 2.2 फीसदी गिरकर 279 रुपये पर बंद हुआ।

बैंकरों ने कहा कि इस लेनदेन का अहम पहलू जीक्यूजी पार्टनर्स जैसे बड़े वैश्विक निवेशक का मजबूत भरोसा है। एक बैंकर ने कहा, इस निवेश कार्यक्रम की कामयाबी अपने सभी पोर्टफोलियो कंपनियों में ठीक-ठाक फंड जुटाने की समूह की अद्वितीय क्षमता को रेखांकित करता है।

सौदे के तहत अदाणी पावर की 8.1 फीसदी हिस्सेदारी यानी 31 करोड़ शेयरों का लेनदेन हुआ

यह ऐतिहासिक ट्रेड किसी एक खरीदार व एक विक्रेता के बीच सबसे बड़ा ब्लॉक डील माना जा रहा है। स्टॉक एक्सचेंज में हुए इस सौदे के तहत अदाणी पावर की 8.1 फीसदी हिस्सेदारी यानी 31 करोड़ शेयरों का लेनदेन हुआ।

बैंकरों ने कहा कि इस अहम निवेश का प्रमुख तथ्य भारत के मौजूदा एनर्जी ट्रांजिशन की कहानी है। चूंकि अर्थव्यवस्था आगे जा रही है, ऐसे में थर्मल पावर की भूमिका भारत की ऊर्जा सुरक्षा में बनी हुई है। एनर्जी ट्रांजिशन का मतलब किसी चीज को फेज आउट करने सेज्यादा फेज डाउन के सेंटिमेंट से गहराई से जुड़ा है।

बैंकरों ने कहा कि सतत यानी टिकाऊ ऊर्जा को लेकर वैश्विक स्तर पर ज्यादा बातचीत हो रही है, जिसे ऊर्जा स्रोत के भीतर थर्मल एनर्जी की प्रासंगिकता बने रहने के दौर में समझना जरूरी है। इसके अलावा समूह की 360 डिग्री एनर्जी में अक्षय ऊर्जा, बिजली उत्पादन, पारेषण, गैस आदि शामिल है।

समूह इस सौदे से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कर्ज घटाने व कंपनी के अन्य कामकाज पर करेगी। जीक्यूजी पार्टनर्स व कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी का निवेश समूह कंपनियों पर भरोसा बताता है। बैंकरों ने ये बातें कही।

जीक्यूजी पार्टनर्स का भारतीय कंपनियों में करीब 13 अरब डॉलर निवेश

जीक्यूजी पार्टनर्स का भारतीय कंपनियों में करीब 13 अरब डॉलर निवेश है, जिनमें आईटीसी, सन फार्मा, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी (अब एचडीएफसी बैंक संग विलय) शामिल है। जीक्यूजी पार्टनर्स हमेशा से ही कॉन्ट्रेरियन दांव के लिए जानी जाती है और उसकी प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां 100 अरब डॉलर को छू रही है।

हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद से अदाणी समूह के प्रवर्तकों ने समूह कंपनियों के शेयर बेचकर अपने कर्ज का समय से पहले भुगतान किया, ताकि निवेशकों को शांत रखा जा सके। कर्ज के भुगतान से अदाणी समूह के शेयरों को फरवरी के निचले स्तर से उबरने में मदद मिली। इस रिपोर्ट ने समूह का बाजार मूल्यांकन सर्वोच्च स्तर से काफी नीचे ला दिया था।

First Published : August 16, 2023 | 10:18 PM IST