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Nipah virus: केरल में नीपा वायरस से 2 लोगों की मौत, स्वास्थ्य मंत्री ने की पुष्टि

स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्र सरकार की ओर से विशेषज्ञों की एक टीम केरल भेजी गई है।

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शाइन जेकब   
Last Updated- September 12, 2023 | 11:37 PM IST

केरल में पिछले पांच वर्षों में तीसरी बार नीपा वायरस के प्रकोप के मद्देनजर कोझिकोड जिला हाई अलर्ट पर है। जिले में 30 अगस्त से अब तक बुखार से दो लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य लोगों में भी वायरल संक्रमण के लक्षण हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को पुष्टि की कि दोनों मौतें नीपा वायरस के कारण हुईं। मांडविया ने कहा कि फिलहाल नीपा वायरस के चार संदिग्ध मरीज भी निगरानी में हैं और उनके नमूने भी परीक्षण के लिए भेजे गए हैं।

प्रदेश सरकार ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सरकार संदिग्ध मरीजों के संपर्क का पता लगा रही है, उन्हें अलग कर रही है और संदिग्ध मरीजों का इलाज कर रही है। सरकार ने वायरस से संक्रमित होने के संदिग्ध लोगों के नमूने राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पुणे भेजे हैं। मंगलवार रात तक रिपोर्ट आने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का कहना है कि मौतें और संदिग्ध मामले चिंताजनक हैं क्योंकि कोझिकोड में साल 2018 के दौरान मृत्यु दर 91 फीसदी तक हो गई थी।

स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्र सरकार की ओर से विशेषज्ञों की एक टीम केरल भेजी गई है। नीपा का पहला प्रकोप केरल के कोझिकोड और मलप्पुरम जिले में साल 2018 में देखने को मिला था। उस वक्त 17 लोगों की मौत हो गई थी। सितंबर 2021 में कोझिकोड के पझुर गांव में एक व्यक्ति की जान चली गई थी।

प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मंगलवार को कहा कि संदिग्ध नीपा संक्रमण के कारण पहली मौत 30 अगस्त को मारुतोनकारा गांव में हुई थी जबकि दूसरी मौत सोमवार को वडकारा नगर पालिका में हुई थी। खबरों के मुताबिक, एक संक्रमित की हालत काफी गंभीर है।
जॉर्ज ने कहा, ‘शुरुआती लक्षण से नीपा वायरस होने का शक है। जिले की सरकारी और निजी समेत पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था अलर्ट मोड पर है। हमने संपर्कों का पता लगाने सहित सभी एहतियाती उपाय शुरू कर दिए हैं। ‘

करीब 75 लोग कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग वालों की सूची में हैं। मारुतोनकारा में मरने वाले व्यक्ति के परिवार के पांच सदस्यों को अलग रखा गया है और इनमें से तीन लोगों में नीपा के लक्षण हैं। इनमें एक बच्चे की हालत गंभीर है। दूसरे पीड़ित के परिवारवालों को भी अलग रखा गया है।

जॉर्ज ने कहा, ‘दोनों मृतकों को एक ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वे दोनों पहले से एक दूसरे की संपर्क में थे।’ जॉर्ज ने कोझिकोड में स्थिति का आकलन करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक भी है।

नैशनल इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की कोविड-19 कार्यबल के सह-अध्यक्ष राजीव जयदेवन ने कहा, ‘नीपा वायरस कुछ चमगादड़ों में रहता है मगर इंसानों में पहुंचने के बाद यह काफी खतरनाक हो जाता है। साल 2018 के प्रकोप के दौरान मृत्यु दर काफी अधिक 91 फीसदी तक पहुंच गई थी।

हालांकि, कोरोनावायरस की तरह यह बड़ी संख्या में लोगों तक नहीं फैलता है। जो लोग संक्रमित व्यक्ति के काफी करीब रहते हैं उन्हें ही सर्वाधिक खतरा रहता है। इसलिए आम लोगों को इससे तब तक ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है जब तक वे किसी मरीज के करीबी संपर्क में न आए हों।’

उन्होंने कहा कि सार्वजनिक दिशानिर्देशों का पालन करना जरूरी है और अफवाहों से भी बचना महत्त्वपूर्ण है। स्वास्थ्य मंत्री जॉर्ज ने कहा कि नीपा संक्रमण की पुष्टि करने की सुविधा केवल पुणे के संस्थान के पास मौजूद है।

First Published : September 12, 2023 | 11:32 PM IST