भारत की आईआईएफएल फाइनैंस (IIFL Finance) नकदी के संकट से जूझ रही है। एक वरिष्ठ अधिकारी और दो बैंकरों ने रॉयटर्स को बताया कि गोल्ड लोन पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद आईआईएफएल को कर्ज देने वाले बैंक सावधानी बरत रहे हैं।
कंपनी के एक अधिकारी ने नाम न दिए जाने की शर्त पर बताया, ‘बैंक न तो नया कर्ज मंजूर कर रहे हैं और न ही पहले से मंजूर किए गए कर्ज की राशि जारी कर रहे हैं।’
अधिकारी ने कहा कि बैंकों ने आईआईएफएल फाइनैंस के सोने व अन्य व्यवसायों के लिए कर्ज देना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के रोक के कारण करीब 5 अरब रुपये का कारोबार प्रभावित हो सकता है।
इस मसले पर आईआईएफएल फाइनैंस (IIFL Finance) ने रॉयटर्स द्वारा भेजे गए ई मेल का कोई जवाब नहीं दिया। इस महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक ने आईआईएफएल फाइनैंस को गोल्ड लोन को मंजूरी देने, उसके एवज में धन जारी करने व उसकी बिक्री करने से रोक किया था।
बैंकिंग नियामक ने कंपनी के गोल्ड लोन पोर्टफोलियो पर ‘मैटेरियल सुपवाइजरी कंसर्न्स’ का हवाला देते हुए रोक लगाया था। इसके तुरंत बाद आईआईएफएल फाइनैंस ने बॉन्ड से 40 करोड़ डॉलर जुटाने की योजना टाल दी थी।