facebookmetapixel
AI की एंट्री से IT इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव, मेगा आउटसोर्सिंग सौदों की जगह छोटे स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट‘2025 भारत के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धियों का वर्ष रहा’, मन की बात में बोले प्रधानमंत्री मोदीकोल इंडिया की सभी सब्सिडियरी कंपनियां 2030 तक होंगी लिस्टेड, प्रधानमंत्री कार्यालय ने दिया निर्देशभारत में डायग्नॉस्टिक्स इंडस्ट्री के विस्तार में जबरदस्त तेजी, नई लैब और सेंटरों में हो रहा बड़ा निवेशजवाहर लाल नेहरू पोर्ट अपनी अधिकतम सीमा पर पहुंचेगा, क्षमता बढ़कर 1.2 करोड़ TEU होगीFDI लक्ष्य चूकने पर भारत बनाएगा निगरानी समिति, न्यूजीलैंड को मिल सकती है राहतपारेषण परिसंपत्तियों से फंड जुटाने को लेकर राज्यों की चिंता दूर करने में जुटी केंद्र सरकार2025 में AI में हुआ भारी निवेश, लेकिन अब तक ठोस मुनाफा नहीं; उत्साह और असर के बीच बड़ा अंतरवाहन उद्योग साल 2025 को रिकॉर्ड बिक्री के साथ करेगा विदा, कुल बिक्री 2.8 करोड़ के पारमुंबई एयरपोर्ट पर 10 महीने तक कार्गो उड़ान बंद करने का प्रस्वाव, निर्यात में आ सकता है बड़ा संकट

ईटीएफ एयूएम वृद्धि की रफ्तार म्युचुअल फंड उद्योग से पीछे

पैसिव फंडों में ईटीएफ और इंडेक्स फंड शामिल हैं। पैसिव फंड ने खासकर कोविड के बाद से पूरे एमएफ उद्योग में मजबूत तेजी दर्ज की है।

Last Updated- December 18, 2023 | 10:20 PM IST
ETF

म्युचुअल फंडों में सक्रिय निवेश के दो मुख्य विकल्पों में से एक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) परिसंपत्ति वृद्धि के संदर्भ में 10 साल में पहली बार संपूर्ण एमएफ उद्योग से पीछे रहने का अनुमान है। ईटीएफ की प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियां (AUM) 2023 में अब तक 18 प्रतिशत तक बढ़ी हैं, जबकि एमएफ की एयूएम में (नवंबर तक) 23 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है।

पिछली बार ईटीएफ ने वर्ष 2013 में एमएफ उद्योग के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन किया था। 2013 में उद्योग की परिसंपत्तियों में 9 प्रतिशत वृद्धि के बावजूद ईटीएफ की एयूम 11 प्रतिशत घट गई थीं।

पैसिव फंडों में ईटीएफ और इंडेक्स फंड शामिल हैं। पैसिव फंड ने खासकर कोविड के बाद से पूरे एमएफ उद्योग में मजबूत तेजी दर्ज की है। पैसिव फंडों की एयूएम दिसंबर 2019 में 1.85 लाख करोड़ रुपये थीं जो 2022 के अंत तक बढ़कर 6.3 लाख करोड़ रुपये हो गईं। इस अवधि के दौरान हरेक साल इनमें 30 प्रतिशत से ज्यादा तेजी दर्ज की गई थी। 2023 में, पैसिव एयूएम वृद्धि उद्योग की 22 प्रतिशत की तुलना में थोड़ी कम है।

भले ही ईटीएफ में रिटेल निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ने लगी है, लेकिन इस निवेश विकल्प का इस्तेमाल मुख्य तौर पर संस्थागत निवेशकों द्वारा किया जा रहा है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ऐसे फंडों का सबसे बड़ा ग्राहक बन गया है।

सरकार द्वारा हाल में संसद में साझा किए गए आंकड़े से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2024 में (अक्टूबर के अंत तक) ईपीएफओ ने ईटीएफ में 27,105 करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह आंकड़ा 53,081 करोड़ रुपये था।

एमएफ अधिकारियों के अनुसार, ईटीएफ एयूएम वृद्धि में सुस्ती संभवत: ईपीएफओ निवेश में गिरावट या ईपीएफओ द्वारा बिकवाली की वजह से आई है। ईपीएफओ मुख्य तौर पर निफ्टी-50 और सेंसेक्स से जुड़े ईटीएफ में निवेश करता है।

First Published - December 18, 2023 | 10:15 PM IST

संबंधित पोस्ट