कैलेंडर वर्ष के पहले 9 महीनों के दौरान इक्विटी पूंजी बाजारों (ईसीएम) के निवेश बैंकरों की सूची में बड़ा फेरबदल देखा गया। इस अवधि के दौरान छोटे और मझोले आकार के लेनदेन का दबदबा रहा। जेफरीज, आईआईएफएल होल्डिंग्स और जेएम फाइनैंशियल (पिछले पांच साल में शीर्ष में भी शामिल नहीं थे) अब इस सूची में ऊपर आ गए हैं।
डेटा प्रदाता रेफिनिटिव के अनुसार, जेफरीज घरेलू ईसीएम बाजार की रैंकिंग में आगे है और 2.3 अरब डॉलर की शेयर बिक्री का प्रबंधन कर रही है, जो ईसीएम लेनदेन के लिए 18.4 अरब डॉलर मूल्य का 12.4 प्रतिशत है। इसमें आईपीओ, ब्लॉक डील और पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) शामिल हैं।
न्यूयॉर्क स्थित निवेश बैंक ने अमेरिकी निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स को मार्च में अदाणी समूह की चार कंपनियों में 1.87 अरब डॉलर निवेश में मदद करने के लिए एकमात्र ब्रोकर की भूमिका निभाई। अदाणी शेयर बिक्री के अलावा, जेफरीज मैनकाइंड फार्मा के 53 करोड़ डॉलर के आईपीओ और ब्रुकफील्ड इंडिया रियल एस्टेट ट्रस्ट द्वारा 28 करोड़ डॉलर के क्यूआईपी जैसे अन्य प्रमुख सौदों के लिए भी निवेश बैंक था।
इस बीच, लीग टेबल में आईआईएफएल होल्डिंग्स की रैंकिंग 10 से सुधरकर 2 पर आई है, क्योंकि उसने 2023 के पहले 9 महीनों के दौरान 1.94 अरब डॉलर के 16 सौदों का प्रबंधन किया, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले करीब 3.4 गुना है।
मैनकाइंड फार्मा आईपीओ और ब्रुकफील्ड रीट के अलावा, आईआईएफएल भारत के पहले रिटेल-केंद्रित रीट नेक्सस सलेक्ट ट्रस्ट द्वारा 38.5 करोड़ डॉलर के आईपीओ और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के 60 करोड़ डॉलर के क्यूआईपी से भी जुड़ी रही।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज में निवेश बैंकिंग के अध्यक्ष एवं प्रमुख निपुण गोयल ने कहा कि सभी निवेशक वर्गों में समूह के मजबूत नेटवर्क से इस साल उसे शानदार प्रदर्शन दर्ज करने में मदद मिली। उन्होंने कहा कि मजबूत सौदा प्रवाह की रफ्तार भी बरकरार रहेगी।
गोयल ने कहा, ‘हम ईसीएम बाजारों के परिदृश्य पर उत्साहित हैं। इक्विटी बाजारों में घरेलू तरलता और प्रवाह पिछले कुछ वर्षों में मजबूत हुआ है। विदेशी निवेशकों ने भारत के लिए अनुकूल विकास परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए निवेश बढ़ाने में दिलचस्पी दिखाई है।’
तीसरे स्थान पर जेएम फाइनैंशियल है, जिसने 1.8 अरब डॉलर के सौदों का प्रबंधन किया, जो पिछले साल के मुकाबले 4 गुना है। पिछले साल वह इस मामले में 11वें पायदान पर थी। जेएम फाइनैंशियल हाल में संपन्न हुए जेएसडब्ल्यू इन्फ्रास्ट्रक्चर के आईपीओ से जुड़ी रही, जिसके जरिये 33.5 करोड़ डॉलर की रकम जुटाई गई।
जेपी मॉर्गन इस साल चौथे पायदान पर पहुंच गई, जबकि कोटक महिंद्रा बैंक फिसलकर पांचवें नंबर पर आ गया, जो 2022 के पहले 9 महीनों के दौरान नंबर एक पर था।
रेफिनिटिव द्वारा मुहैया कराए गए आंकड़े से पता चलता है कि सिटीबैंक की रैंकिंग पिछले साल के 3 से फिसलकर इस साल 10 पर रही और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज 4 से गिरकर 8 पर आ गई। उद्योग के कारोबारियों का कहना है कि सिटीबैंक, मॉर्गन स्टैनली और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे बैंकों ने बड़े आकार के सौदों पर ध्यान दिया है, जिससे अन्य कंपनियों के लिए अवसर पैदा हो रहे हैं।