Safety defects-Vehicle recall: वाहनों में सुरक्षा संबंधी कमियों (safety defects) पर सवाल उठ रहे हैं। जिससे वाहन निर्माता कंपनियों द्वारा अपने वाहनों को वापस लेने (recalled) के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। इस साल इन मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वाहन निर्माता कंपनियों द्वारा सबसे अधिक दोपहिया वाहन वापस लिए जा रहे हैं।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा राज्य सभा में दिए गए लिखित जवाब में कहा गया कि सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) ने स्वैच्छिक रिकॉल कोड के तहत पिछले तीन वर्षों और चालू वर्ष के दौरान सुरक्षा दोषों के कारण वाहनों को वापस लिया है।
SIAM के आंकड़ों के अनुसार वाहन कंपनियों ने 2024 में 25 जुलाई तक 7,16,810 वाहनों को सुरक्षा खामियों के कारण वापस लिया है। इनमें सबसे अधिक हिस्सेदारी दो पहिया वाहनों की रही। इस साल 25 जुलाई तक 6,89,203 दो पहिया वाहन वापस लिए गए , जबकि वापस लिए जाने वाले चार पहिया यात्री कारों (Passenger Car) की संख्या 27,607 रही। इस साल करीब 7 महीने में ही पिछले साल वापस लिए गए कुल वाहनों की तुलना में ढाई गुना अधिक वाहन वापस लिए जा चुके हैं। पिछले साल कुल 2,84,906 वाहन वापस लिए गए थे।
मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 110 ए मोटर वाहनों को वापस बुलाने से संबंधित है। यह केंद्र सरकार को किसी निर्माता को किसी विशेष प्रकार या उसके वेरिएंट के मोटर वाहनों को वापस बुलाने का निर्देश देने का अधिकार देती है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 11 मार्च 2021 को केंद्रीय मोटर वाहन नियम, 1989 में एक नया नियम 127 सी डाला है, जो दोषपूर्ण मोटर वाहनों को वापस बुलाने की प्रक्रिया निर्धारित करता है।
SIAM के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 में कुल 13,37,223 वाहन वापस लिए गए। इनमें 10,74,358 दो पहिया और 2,62,865 कार थीं। इसके बाद 2022 में कुल 2,88,765 वाहन वापस लिए। 2023 में वापस लिए गए वाहनों की संख्या घटकर 2,88,765 रह गई। हालांकि इस साल इन वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इस साल 25 जुलाई तक 7,16,810 वाहन वापस लिए जा चुके हैं। 2021 से 25 जुलाई 2024 तक कुल 26,27,704 वाहन सुरक्षा खामियों की वजह से वापस लिए जा चुके हैं। इनमें 21,15,778 दो पहिया और 5,11,926 कारें हैं।