मूल उपकरण विनिर्माता (OEM) अगले साल जनवरी तक उत्पादन और डीलरों को गाड़ियों की आपूर्ति का अनुमान लगाने के लिए ‘वाहन’ आधारित सिस्टम को अपना सकते हैं। वाहन उद्योग के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। वाहन पोर्टल कार रजिस्ट्रेशन डेटा या जमीनी स्तर पर वास्तविक बिक्री को ट्रैक करता है। डीलरों के पास अनबिके वाहनों का स्टॉक बढ़ने से रोकने की दिशा में यह महत्त्वपूर्ण कदम होगा। इससे डीलर इन्वेंट्री के हिसाब से वाहनों की आपूर्ति करने में मदद मिलेगी।
वर्तमान में यात्री वाहन डीलरों के पास 6 लाख गाड़ियों का स्टॉक है क्योंकि वस्तु एवं सेवा कर में कटौती की घोषणा के बाद बिक्री धीमी हो गई है। ज्यादा संख्या में अनबिके वाहनों का स्टॉक होने के कारण रिटेलरों को कार्यशील पूंजी की दिक्कत हो रही है।
7वें फाडा ऑटो रिटेल कॉन्क्लेव में ह्युंडै मोटर इंडिया के निदेशक और सीओओ (सेल्स, मार्केटिंग, सर्विस एवं प्रोडक्ट स्ट्रैटजी) तरुण गर्ग ने कहा, ‘मुझे बताया गया है कि तेलंगाना भी इसमें शामिल हो
रहा है जिससे अगले साल जनवरी तक सभी ओईएम वाहन (आधारित सिस्टम) को अपनाना शुरू कर सकते हैं।’
अधिकतर ओईएम उत्पादन के लिए अपना अनुमान थोक आपूर्ति (डीलरों को आपूर्ति) के आधार पर करते हैं। तेलंगाना जैसे बड़े राज्य वाहन पोर्टल का हिस्सा नहीं था। मारुति सुजूकी इंडिया ने प्रस्ताव दिया है कि वाहन नंबरों को बेंचमार्क बनाया जाना चाहिए और इसकी प्रतिस्पर्धी टाटा मोटर्स ने भी इस साल की शुरुआत में संकेत दिया था कि थोक आपूर्ति में इष्टतम स्तर की इन्वेंट्री के लिए वाहन डेटा और वाहन बाजार हिस्सेदारी पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहन के सेल्सफोर्स एक्सीलेंस के प्रमुख अनिल शेखर ने कहा कि लगभग तीन साल पहले उन्होंने डीलरों के लिए अपने परफॉर्मेंस मानदंड को वाहन बाजार हिस्सेदारी में बदल दिया था। उन्होंने कहा, ‘डीलरों को प्रोत्साहन वाहन बाजार हिस्सेदारी से जुड़े हैं। यह ओईएम द्वारा डीलरों को गाड़ियां भेजने की तुलना में बेहतर है और उद्योग इन्वेंट्री को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने के लिए तकनीक आधारित उपकरणों का उपयोग कर रहा है।
शेखर ने फाडा सम्मेलन में कहा, ‘हम उस डेटा का उपयोग अपने उत्पादन प्रबंधन में करते हैं और हमारे पास कमर्शियल व्हीकल्स के लिए बहुत सख्त इन्वेंट्री मैनेजमेंट है।’वाहन डीलरों का संगठन फाडा कुछ समय से अत्यधिक इन्वेंट्री का मुद्दा उठा रहा है। फाडा के प्रेसिडेंट सीएस विघ्नेश्वर ने कहा कि डीलर की व्यवहार्यता उद्योग की व्यवहार्यता के बराबर है।