भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki अब दुनिया की सबसे वैल्यू वाली ऑटोमोबाइल कंपनियों की टॉप-10 लिस्ट में शामिल हो गई है। कंपनी का मार्केट कैप सितंबर 2025 में करीब 57.6 अरब डॉलर (₹4.8 लाख करोड़ से ज्यादा) हो गया है। इसी के साथ मारुति ने फोर्ड मोटर, जनरल मोटर्स और फॉक्सवैगन जैसे ग्लोबल दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है। खास बात यह है कि मारुति ने अपनी ही पैरेंट कंपनी सुजुकी मोटर (29 अरब डॉलर) को भी पछाड़ दिया है।
मारुति ने मार्केट वैल्यू के मामले में फोर्ड मोटर (46.3 अरब डॉलर), जनरल मोटर्स (57.1 अरब डॉलर) और फॉक्सवैगन (55.7 अरब डॉलर) को पीछे छोड़ा है। अब वह होंडा मोटर (59 अरब डॉलर) से थोड़ी ही पीछे है और आठवें स्थान पर आ गई है। दुनिया की सबसे बड़ी ऑटो कंपनी अभी भी एलन मस्क की टेस्ला है, जिसका मार्केट कैप 1.47 ट्रिलियन डॉलर है। इसके बाद टोयोटा, BYD, फरारी, बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज-बेंज जैसी कंपनियां हैं।
मारुति की कामयाबी के पीछे हाल ही में लागू किए गए अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार भी अहम कारण हैं। 22 सितंबर से लागू नई जीएसटी दरों का सबसे ज्यादा लाभ छोटी कार बनाने वाली कंपनियों को मिला है, जहां मारुति की पकड़ मजबूत है। टैक्स दरों में कटौती के बाद कंपनी ने अपनी कई लोकप्रिय कारों की कीमतें घटाईं।
कंपनी के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (मार्केटिंग एंड सेल्स) पार्थो बनर्जी ने बताया कि Alto K10, S-Presso, Celerio और Wagon R जैसी गाड़ियों पर 8.6% से लेकर 24% तक की कटौती की गई है। इससे त्योहारों के मौसम में ग्राहकों को बड़ी राहत मिली है और मांग तेज हुई है।
नई कीमतों और टैक्स सुधार का सीधा असर कंपनी की बिक्री पर देखने को मिला है। उद्योग सूत्रों का कहना है कि मारुति को अब हर दिन करीब 15,000 बुकिंग मिल रही हैं। सिर्फ नवरात्रि के पहले दिन यानी 22 सितंबर को कंपनी ने 30,000 गाड़ियों की डिलीवरी की।
मारुति का शानदार प्रदर्शन शेयर बाजार में भी दिख रहा है। अगस्त के मध्य से अब तक कंपनी के शेयर में 25% की तेजी आई है। 14 अगस्त को जहां शेयर का भाव ₹12,936 था, वहीं 25 सितंबर को यह बढ़कर ₹16,236 पहुंच गया। इस दौरान Nifty Auto Index करीब 11% ही चढ़ा, यानी मारुति ने इंडेक्स से कहीं बेहतर रिटर्न दिया है।