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महिंद्रा मोबिलिटी की नजर बाजार पूंजीकरण बढ़ाने पर

Last Updated- December 14, 2022 | 8:18 PM IST

महिंद्रा मोबिलिटी सर्विसेज ने अगले पांच वर्षों में अपने बाजार पूंजीकरण में चार गुना वृद्धि हासिल करने का लक्ष्य रखा है। हाल में इस कंपनी की स्थापना की गई है और इसके दायरे में महिंद्रा लॉजिस्टिक्स,
महिंद्रा फस्र्ट चॉइस व्हील्स, जूमकार, पोर्टर और मेरू को लाया गया था।
महिंद्रा समूह के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह काफी हद तक महिंद्रा लॉजिस्टिक्स और मोबिलिटी सेवा क्षेत्र की गैर-सूचीबद्ध कंपनियों द्वारा संचालित है। महिंद्रा समूह ने अप्रैल में इस कंपनी का गठन किया था ताकि सर्विस संबंधी सभी कारोबार पर गंभीरता से ध्यान केंद्रित किया जा सके। समूह ने वीए पार्थसारथि को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया था जो हाल तक समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी और मुख्य निवेश अधिकारी हुआ करते थे।
पिछले तीन से चार वर्षों के दौरान करीब 20.1 अरब डॉलर के कारोबार वाले महिंद्रा समूह ने रणनीतिक तौर पर महत्त्वपूर्ण लगने वाली तमाम कंपनियों का अधिग्रहण अथवा उसमें वित्तीय निवेश किया है। पार्थसारथि ने कहा कि मोबिलिटी कारोबार मुख्य तौर पर लोगों और वस्तुओं की कुशल आवाजाही के लिए नवाचार उपलब्ध कराने और तकनीकी समाधान प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। उन्होंने कहा, ‘सेवाओं और उत्पादों को एक ही कंपनी के दायरे में रखना अच्छा विचार नहीं है, खासकर ऐसे समय में जब सर्विस कारोबार के विस्तार पर ध्यान दिया जा रहा हो।’
पार्थसारथि ने कहा, ‘हम इन कारोबारों का एकीकृत बाजार पूंजीकरण 2025 तक 20,000 करोड़ रुपये करना चाहते हैं।’ फिलहाल एकीकृत बाजार पूंजीकरण 5,000 करोड़ रुपये से 6,000 करोड़ रुपये के दायरे में है। समूह की तमाम कंपनियों के बीच पार्थसारथि लॉजिस्टिक्स पर सबसे बड़ा दांव लगा रहे हैं। यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें अगले पांच वर्षों के दौरान दौरान जबरदस्त वृद्धि दिखने की उम्मीद है क्योंकि देश में तमाम बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शुरू होने वाली हैं।
एवेंटम एडवाइजर्स एलएलपी के प्रबंध निदेशक एवं मैनेजिंग पार्टनर वीजी रामकृष्णन ने कहा कि इस मूल्यांकन के लिए सबसे अहम बात यह होगी कि यह ब्रांड उपभोक्ताओं को क्या डिलिवर करता है।

First Published - December 12, 2020 | 12:19 AM IST

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