भारतीय वाहन निर्माताओं के संगठन सायम (SIAM) द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में यात्री और दोपहिया वाहनों का निर्यात एक साल पहले के मुकाबले 20 फीसदी से अधिक बढ़ा है।
वित्त वर्ष 2023-24 में दोपहिया वाहनों का निर्यात एक साल पहले के मुकाबले 5.3 फीसदी घटकर 34.58 लाख इकाइयों का रहा। यात्री वाहनों का निर्यात मामूली रूप से 1.5 फीसदी बढ़कर 6,72,000 इकाइयों की रही। मगर हालिया महीने ने निर्यात बाजार में तेजी दिखाई है।
अप्रैल में दोपहिया वाहनों का निर्यात एक साल पहले के मुकाबले 24.3 फीसदी बढ़कर 3,20,877 इकाइयों का रहा। यात्री वाहनों का निर्यात 21.1 फीसदी बढ़कर कुल 49,563 इकाइयों का रहा। बीते 8 मई को निवेशक कॉल के दौरान हीरो मोटोकॉर्प के मुख्य कार्य अधिकारी निरंजन गुप्ता ने कहा था कि बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में निर्यात ने वापसी की।
गुप्ता ने कहा, ‘हमने कई बाजारों में वितरकों को बदला है, जैसा आपने नेपाल में देखा। हमें उम्मीद है कि मेक्सिको आगे बढ़ेगा और हाल ही में नाइजीरिया में भी वितरक बदल दिए। इसलिए यह वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अच्छा संकेत है। मगर मैं अगले साल की संख्या के बारे में कुछ भी कहना से बच रहा हूं। आगे चलकर आने वाली तिमाहियों और साल में हमारा अंतरराष्ट्रीय कारोबार बढ़ रहा होगा।’
मारुति सुजूकी के कॉरपोरेट अफेयर्स प्रमुख राहुल भारती ने 26 अप्रैल को कहा था कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में करीब 2,83,000 वाहनों का निर्यात किया। यह लगभग चार साल पहले सालाना 100,000 वाहनों की तुलना में काफी अधिक है।
उन्होंने निवेशक कॉल के दौरान कहा, ‘हम भविष्य में इसे और आगे ले जाना चाहते हैं। अगले वर्ष हमें लगभग 300,000 इकाइयों का निर्यात करना होगा जो कि सभी बाजारों में विभिन्न उत्पादों में काफी विविधतापूर्ण होगा और लाभप्रदता के संदर्भ में यह विदेशी मुद्रा दरें आदि मापदंडों के साथ बदलता है। इसलिए, यह कभी स्थिर नहीं रहता है। फिलहाल यह अच्छी स्थिति में है।’