Auto Sales: यात्री वाहनों की थोक बिक्री जुलाई में 2.5 प्रतिशत तक लुढ़क गई क्योंकि मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम) ने विक्रेताओं के पास बिना बिके वाहनों के अधिक स्टॉक के मद्देनजर डीलरों को की जाने वाली अपनी आपूर्ति को व्यवस्थित किया है। जुलाई में यात्री वाहनों की बिक्री 2.5 प्रतिशत घटकर 3,41,510 रह गई। तिपहिया वाहनों की बिक्री पांच प्रतिशत बढ़कर 59,073 और दोपहिया की बिक्री 12.5 प्रतिशत बढ़कर 14,41,694 वाहन हो गई।
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सायम) के महानिदेशक राजेश मेनन ने संकेत दिया कि तिपहिया बिक्री साल 2018-19 के शीर्ष स्तर के करीब है। सायम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने कहा, ‘हालांकि तिपहिया और दोपहिया श्रेणी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं लेकिन जुलाई 2023 की तुलना में जुलाई 2024 में यात्री और वाणिज्यिक वाहनों की वृद्धि में कुछ गिरावट आई है।’
उन्होंने तर्क दिया कि औसत से अधिक बारिश तथा आने वाले त्योहारों के मद्देनजर अल्पावधि में फिर से वृद्धि को बढ़ावा मिलने की संभावना है। इसके अलावा बुनियादी ढांचे तथा ग्रामीण क्षेत्र के लिए राजकोषीय समर्थन के साथ समग्र आर्थिक वृद्धि पर जोर देने वाली बजट घोषणाएं मध्य अवधि में वाहन क्षेत्र के लिए अच्छी साबित होंगी।
विश्लेषकों ने वित्त वर्ष 25 में यात्री वाहन बिक्री के मामले में 0.8 प्रतिशत की सपाट वृद्धि का अनुमान लगाया है। जैटो डायनमिक्स के अध्यक्ष और निदेशक रवि भाटिया ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2023 में सालाना आधार पर 26.8 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि के बाद हमने बड़ी मंदी देखी है। वित्त वर्ष 2024 में वृद्धि कम होकर 8.7 प्रतिशत रह गई जबकि अनुमान संकेत दे रहे हैं कि वित्त वर्ष 2025 में केवल 0.8 प्रतिशत की वृद्धि होगी।’
यूटिलिटी वाहनों के निर्यात में वृद्धि की बदौलत यात्री वाहनों का निर्यात जुलाई में 3.9 प्रतिशत बढ़ गया। हालांकि जुलाई में यात्री कारों का निर्यात 14.1 प्रतिशत तक घट गया, लेकिन यूटिलिटी वाहनों के निर्यात में 38.9 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ।
मारुति सुजूकी इंडिया के फ्रॉन्क्स, जिम्नी और ब्रेजा समेत छोटे यूटिलिटी वाहनों का निर्यात जुलाई 2023 के 1,004 की तुलना में जुलाई 2024 के दौरान तकरीबन 10 गुना तक बढ़कर 9,864 हो गया। अर्टिगा और ग्रैंड विटारा के निर्यात में 21 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ। ह्युंडै की एक्स्टर और वेन्यू का निर्यात 36 प्रतिशत तक बढ़ गया जबकि जुलाई में स्कोडा कुशक का निर्यात 84 प्रतिशत तक बढ़ा।