आखिर आ गया भारतीय जनता पार्टी का ‘अपना बजट’
इस बार का बजट पिछले 30 वर्षों में भारत की राजनीतिक अर्थव्यवस्था में पहला बड़ा बदलाव लेकर आया है। यह बदलाव सही दिशा में भी है। यह वैचारिक स्तर के अलावा समझदारी के स्तर पर भी सही है। अगर इसे सियासी अंदाज में कहा जाए तो यह मोदी सरकार के समय पेश किया गया ‘पहला […]
आमतौर पर वित्त मंत्री को पता होता है कि दरअसल दिक्कत कहां है। राजस्व कम है, घाटा बहुत अधिक बढ़ा हुआ है, मुद्रास्फीति का स्तर वह नहीं है जो होना चाहिए और न ही आर्थिक वृद्धि सही स्थिति में है। मंत्री को यह भी पता होता है कि अर्थव्यवस्था का कौन सा पहिया चरमरा रहा […]
मध्यम आय समूहों में उपभोक्ता धारणा में सुधार असरदार
भारतीय अर्थव्यवस्था कोविड महामारी के दौरान लगाए गए लॉकडाउन की मुश्किलों से अपेक्षा से बेहतर ढंग से उबर रही है। एक साल पहले की तुलना में दूसरी तिमाही में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 7.5 फीसदी की दर से संकुचित हुई है जबकि पहली तिमाही में संकुचन 23.9 फीसदी का था। अपेक्षा से बेहतर रिकवरी […]
नए साल में आर्थिक चुनौतियों का दायरा
महामारी के स्वास्थ्य पहलुओं से जुड़ी सुरंग के आखिर में अब रोशनी नजर आने लगी है। परंपरागत डेटा में कई मुश्किलें हैं लेकिन एक कायाकल्प को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। मसलन, मुंबई के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कोविड की वजह से पहली मौत मार्च में हुई थी और 20 जून को 136 मौतों […]
तीसरी तिमाही में अब तक घोषित 284 सूचीबद्ध कंपनियों के नतीजे कारोबारी जगत के प्रदर्शन को लेकर उत्साहित करने वाली तस्वीर पेश कर रहे हैं। सुधार की प्रक्रिया मजबूत हो रही है और इसमें नए क्षेत्रों की हिस्सेदारी बढ़ रही है। हालांकि कारोबारी मांग अभी भी अस्थिर है। अक्टूबर-दिसंबर 2019 की तुलना में इस अवधि […]
विनिर्माण में रोजगार की हानि कृषि और निर्माण ने संभाली
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) ने विगत दिनों अपनी आर्थिक पूर्वानुमान सेवा में जारी कंज्यूमर पिरामिड्स हाउसहोल्ड सर्वे (सीपीएचएस) से रोजगार के क्षेत्रवार आंकड़े जारी किए। ये आंकड़े मासिक और तिमाही आधार पर उपलब्ध कराए गए। हम तिमाही अनुमानों का इस्तेमाल करते हुए यह समझने का प्रयास करेंगे कि व्यापक क्षेत्रों और उद्योगों पर […]
लगातार घटते रोजगार और सुधार की धीमी रफ्तार
सरकार ने अनुमान जताया है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार आएगा। पहली छमाही में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पिछले वर्ष की समान अवधि के जीडीपी की तुलना में 15.7 फीसदी कम हुआ। सरकार को आशा है कि दूसरी छमाही में जीडीपी में उतनी गिरावट नहीं आएगी। […]
दिसंबर में श्रम बाजारों ने किया निराश
दिसंबर 2020 में बेरोजगारी दर तीव्र गति से बढ़कर 9.1 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई। जून में लॉकडाउन के बाद हालात में सुधार की प्रक्रिया शुरू हुई थी। तब से अब तक की अवधि में यह सर्वाधिक बेरोजगारी दर है। यह दर नवंबर में दर्ज की गई 6.5 फीसदी की बेरोजगारी दर से काफी […]
विनिर्माण : फिसड्डी से अगुआ बनने का सफर
भारतीय अर्थव्यवस्था सघन निगरानी कक्ष (आईसीयू) से बाहर निकलती दिख रही है और अगले साल यह रिकवरी के दौर में भी प्रवेश कर जाएगी। लेकिन कोविड संकट के नुकसान से कुछ तनाव एवं थकान बनी रहेगी। रिकवरी से आगे आर्थिक कायाकल्प की तरफ देखें तो इसके लिए भारत के कॉर्पोरेट जगत एवं छोटे उद्यमों का […]
दिसंबर में विनिर्माण पीएमआई थोड़ा बढ़ा
विनिर्माण पीएमआई में दिसंबर महीने में इसके पहले महीनेे की तुलना में मामूली सुधार हुआ है। हालांकि रोजगार सृजन अभी कम बना हुआ है। आईएचएस मार्किट पर्चेजिंग मैनेजस इंडेक्स (पीएमआई) सर्वे से यह जानकारी सामने आई है। दिसंबर में पीएमआई बढ़कर 56.4 हो गया, जो नवंबर में 56.3 था। बहरहाल यह अक्टूबर के 58.9 और […]