कार बनाने वाली जापान की चौथी सबसे बड़ी कंपनी सुजूकी मोटर कॉरपोरेशन 2025 तक 48 लाख येन के अपने रिकॉर्ड बिक्री लक्ष्य को पूरा करने के लिए भारतीय बाजार में अपने प्रदर्शन के सुधार पर बड़ा दांव लगा रही है। सुजूकी मोटर कॉरपोरेशन कार बनाने वाली भारत की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजूकी की मूल कंपनी है। मारुति सुजूकी अपनी मूल कंपनी के लिए सबसे अधिक बिक्री दर्ज करने वाली इकाई है। सुजूकी मोटर कॉरपोरेशन अपने गृह बाजार जापान में जितने वाहनों की बिक्री करती है उसके मुकाबले भारत में दोगुना से अधिक बिक्री होती है।
सुजूकी ने कहा कि वह भारत में अपनी कारों के विद्युतीकरण के मोर्चे पर आक्रामक रुख अख्तियार करेगी जो उसके नजरिये में बदलाव को दर्शाता है। इससे पहले कंपनी ने इलेक्ट्रिक वाहन संबंधी अपनी योजना को ठंडे बस्ते में डालने का निर्णय लिया था जबकि अन्य अधिकतर यात्री वाहन विनिर्माताओं ने सरकार की नीति को रफ्तार देने के लिए अपनी योजनाओं को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे थे। कंपनी ने इलेक्ट्रिक को रफ्तार देने के बजाय सीएनजी और हाइब्रिड सहित वैकल्पिक प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया ताकि कार्बन उत्र्सन को कम करने और उन्नत उत्सर्जन मानदंडों को पूरा किया जा सके।
सुजूकी ने अपने निवेशकों को दी गई एक प्रस्तुति में कहा, ‘सुजूकी भारत में पर्यावरण संबंधी मुद्दों से निपटने के क्रम में समाज के लिए आवश्यक इलेक्ट्रिक वाहन को बढ़ावा देगी और यात्री कार श्रेणी में 50 फीसदी से अधिक बाजार हिस्सेदारी को बरकरार रखेगी। जापानी कार कंपनी ने अपनी प्रस्तुति में कहा कि वह 2025 के अंत तक 37 लाख वाहन बेचने का इरादा रखती है। कंपनी को उम्मीद है कि इसमें एशिया में 25 लाख वाहन अथवा वैश्विक स्तर पर 67.5 फीसदी योगदान करेगा। भारत उसके लिए 50 फीसदी मात्रात्मक बिक्री सृजित करता है और ऐसे में उम्मीद है कि यहां 2025 तक 18.5 लाख वाहनों की बिक्री होगी। वित्त वर्ष 2020 में सुजूकी की कुल वैश्विक वाहन बिक्री में भारत की हिस्सेदारी 50.35 फीसदी थी और यहां 14.3 लाख वाहनों की बिक्री हुई थी जबकि वित्त वर्ष 2019 में यह आंकड़ा 52.72 फीसदी था।
सुजूकी ने कहा कि वह भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में आउटलेट की संख्या बढ़ाने, सीएनजी कारों की बिक्री बढ़ाने और एसयूवी श्रेणी को मजबूती देना चाहती है। कंानी ने कहा कि वह हाइब्रिड वाहनों को विकसित करने और ईवी प्लेटफॉर्म विकसित करने के लिए टोयोटा के साथ अपनी साझेदारी को भी मजबूत करेगी।
भारत के लिए भारतीय कारोबार के महत्त्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सुजूकी मोटर कॉरपोरेशन ने अपनी परिचालन आय में गिरावट के लिए भारतीय बाजार में बिक्री घटने और कोविड-19 के प्रभाव को जिम्मेदार ठहराया है।