कार के शौकीन के लिए आनेवाला एक साल खुशगवार होने वाला है। वजह है कि कार कंपनियां इस दौरान कई नए प्रीमियम मॉडल बाजार में उतारने की तैयारी कर रही है।
4.5 लाख रुपये से अधिक कीमत की कार को प्रीमियर कार की श्रेणी में रखा जाता है। मारुति सुजूकी, हुंडई मोटर्स, होंडा सिएल, टोयोटा, फिएट ऑटो, फोक्सवैगन इंडिया और फोर्ड इंडिया जैसी नामी गिरामी कंपनियां अगले एक साल के अंदर कई प्रीमियम कार बाजार में उतारने की कवायद में जुटी हैं।
इस तरह की कारें पश्चिम देशों के बाजार में खूब बिकती हैं। इसी को ध्यान में रखकर इसे भारत में भी उतारा जा रहा है, जबकि इसकी कीमत यहां के बाजार के हिसाब से अधिक है।
भारत की प्रीमियम कार बनाने वाली कंपनी मारुति सुजूकी मई तक रिट्ज (पहले इसे स्प्लैश के नाम से जाना जाता था) लॉन्च करेगी। यह कार कंपनी द्वारा भारत में उतारी जाने वाली आठवीं छोटी कार होगी। इसकी कीमत 4.5 से 5 लाख रुपये रहने का अनुमान है।
इसी तरह होंडा सिएल कार्स इंडिया (एचएससीआई) जून तक जैज नाम की प्रीमियम कॉम्पैक्ट कार उतारेगी। वैसे तो जैज कार की कीमत अधिक होती है, लेकिन कंपनी इसकी कीमत भारतीय बाजार के मुताबिक तय करेगी।
एचएससीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (मार्केटिंग) ज्ञानेश्वर सेन ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय बाजार में जैज की कीमत होंडा सिटी से अधिक होती है। भारत में उत्पाद शुल्क कम होने की वजह से इसकी कीमत यहां होंडा सिटी से कम होगी।’ मालूम हो कि मुंबई में होंडा सिटी की एक्स-शोरूम कीमत 8.25 लाख रुपये है।
इसके एक हफ्ते बाद फिएट बहुप्रतीक्षित कार ग्रांड पुन्टो उतारेगी। यह कॉम्पैक्ट खंड में कंपनी की पालियो के बाद दूसरी कार होगी। फिएट इंडिया ऑटोमोबाइल्स के अध्यक्ष और सीईओ राजीव कपूर ने कहा, ‘बी+ (प्रीमियम कॉम्पैक्ट) खंड सबसे ज्यादा विकास करने वाला कार खंड है। इसलिए कंपनियां इस खंड में काफी अवसर देखती हैं। हमलोग इस कार के जरिये बाजार के एक बड़े हिस्से पर काबिज होने की कोशिश कर रहे हैं।’
इस साल के अंत तक हुंडई मोटर्स इंडिया (एचएमआईएल) भी इस खंड में आई20 उतारेगी। कंपनी ने इस खंड में सैंट्रो, आई10 और गेट्ज नामक कार बाजार में उतारी है। एचएमआईएल ने शुरू में प्रत्येक महीने 1000 आई20 बेचने की योजना बनाई थी, लेकिन मांग इससे भी अधिक हो गई। इसके डीजल इंजन उतारने के बाद कंपनी इसकी बिक्री में और अधिक वृद्धि होने का अनुमान लगा रही है।
बाजार सूत्रों का कहना है कि इस साल के अंत या 2010 के शुरुआत में जर्मनी की कार बनाने वाली कंपनी फोक्सवैगन भी पोलो मॉडल उतार सकती है। सूत्रों का कहना है कि हालांकि डीलरों को इन कार की कीमतों के बारे में सूचित नहीं किया गया है, लेकिन दिसंबर 2009 तक यह बाजार में दिखने लगेगी।
हालांकि कंपनी की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है। फोर्ड मोटर कंपनी भी 2010 के शुरुआत में इस खंड में कार लॉन्च कर सकती है। कॉम्पैक्ट कार पेट्रोल और डीजल दोनों तरह के वर्जन में लाई जाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि विकसित देशों के बाजार में प्रीमियम कार संकट के दौर से गुजर रही है, इसलिए कंपनियां भारत जैसे बाजार पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
