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ओला का दूसरे दिन भी बिक्री धमाका

Last Updated- December 12, 2022 | 12:58 AM IST

राइड हेलिंग फर्म ओला की इलेक्ट्रिक वाहन इकाई ओला इलेक्ट्रिक ने आज कहा कि बिक्री सुचारु होने के महज दो  दिनों के भीतर उसने 1,100 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के ओला एस1 और एस1 प्रो स्कूटरों की बिक्री की। सॉफ्टबैंक के निवेश वाली कंपनी ने कहा कि यह न केवल वाहन उद्योग में बल्कि भारतीय ई-कॉमर्स के इतिहास में  एक दिन में (मूल्य के लिहाज से) किसी एक उत्पादन की सर्वाधिक बिक्री है।
ओला के सह-चेयरमैन एवं गुप सीईओ भावीश अग्रवाल ने आज एक ट्वीट में कहा, ‘ईवी दौर का दूसरा दिन पहले दिन के मुकाबले कहीं बेहतर रहा। दो दिनों में बिक्री 1,100 करोड़ रुपये के पार पहुंच गई।’

ओला ने दिसंबर 2020 में घोषणा की थी कि वह पहले चरण में कारखाने की स्थापना पर 2,400 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। ओला फ्यूचरफैक्टरी तमिलनाडु में 500 एकड़ भूमि पर तैयार हो रही है। पूरी क्षमता पर वहां सालाना 1 करोड़ वाहनों का उत्पादन होगा। वह दुनिया की सबसे बड़ी दोपहिया फैक्टरी होगी जो दुनिया की 15 फीसदी क्षमता का संचालन होगा।
भारत में ओला को इलेक्ट्रिक दोपहिया बनाने वाली एथर एनर्जी, हीरो इलेक्ट्रिक, बजाज ऑटो एवं टीवीएस मोटर कंपनी जैसी कंपनियों से सीधे तौर पर प्रतिस्पर्धा मिलेगी। ओला इलेक्ट्रिक के लिए यह खबर ऐसे समय में सामने आई है जब भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को लोग स्वीकार करने लगे हैं। देश में पहले सात महीनों के दौरान बिकने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या पूरे 2020 की बिक्री के मुकाबले अधिक है।

सरकार के वाहन प्लेटफॉर्म के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से जुलाई के बीच इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं ने सभी श्रेणियों में 1,21,170 वाहनों की बिक्री की जबकि पिछले पूरे कैलेंडर वर्ष के दौरान 1,19,647 इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई थी। जेएमके रिसर्च के अनुसार, जुलाई 2021 में पंजीकृत इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री मासिक आधार पर 134.8 फीसदी बढ़कर 26,127 वाहन हो गई जो 2021 में किसी एक महीने के दौरान इलेक्ट्रिक वाहनों की अब तक की सर्वाधिक बिक्री है। बिक्री में हुई वृद्धि को मुख्य तौर पर इलेक्ट्रिक दोपहिया के पंजीकरण हुए इजाफे से बल मिला। पिछले महीने फेम 2 अधिसूचना जारी होने के बाद बिक्री को रफ्तार मिली। सरकार ने फेम 2 के तहत प्रोत्साहन में बढ़ोतरी करने की घोषणा की है जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों में कमी आई है।
जेएम रिसर्च के अनुसार, सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों की सर्वाधिक मासिक बिक्री दर्ज की गई है। जुलाई महीने के दौरान देश में हुई कुल इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में उत्तर प्रदेश का योगदान 17 फीसदी रहा। कर्नाटक 15 फीसदी योगदान के साथ दूसरे पायदान पर रहा और उसके बाद 12 फीसदी योगदान के साथ तमिलनाडु और 10 फीसदी योगदान के साथ महाराष्ट्र का स्थान रहा।

First Published - September 17, 2021 | 10:03 PM IST

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