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मिथुन मन्हास बने BCCI के 37वें अध्यक्ष, रघुराम भट नए कोषाध्यक्ष; चयन समितियों में भी हुआ बड़ा फेरबदल

मिथुन मन्हास भारतीय घरेलू क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी रहे हैं; उन्होंने 1997 से 2017 तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 157 मैच खेले और 9,714 रन बनाए हैं

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आदित्य कौशिक   
Last Updated- September 28, 2025 | 3:43 PM IST

दिल्ली के पूर्व कप्तान मिथुन मन्हास को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का 37वां अध्यक्ष चुना गया है। यह फैसला बोर्ड की 94वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में लिया गया। अगस्त में रोजर बिन्नी का कार्यकाल खत्म होने के बाद यह पद खाली था। मन्हास, जो अगले महीने 46 साल के हो जाएंगे, इस रेस में अकेले उम्मीदवार थे। वरिष्ठ प्रशासकों की चर्चा में उनके नाम पर सहमति बनी। बोर्ड के सदस्यों ने इसे उनकी क्रिकेट और कोचिंग के लंबे अनुभव की “स्वाभाविक उन्नति” बताया।

अंतरिम जिम्मेदारी से स्थायी भूमिका तक

रोजर बिन्नी के कार्यकाल के बाद राजीव शुक्ला ने अंतरिम तौर पर अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली थी। अब AGM में शुक्ला को औपचारिक रूप से उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा, देवजीत साइकिया को सचिव के रूप में बरकरार रखा गया। पूर्व कर्नाटक स्पिनर रघुराम भट को नया कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया। भट ने हाल ही में कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ में अपनी पारी पूरी की थी। प्रभतेज सिंह भाटिया को बोर्ड का नया संयुक्त सचिव चुना गया।

चयन समितियों में बड़ा बदलाव

BCCI ने पुरुष और महिला चयन समितियों में भी फेरबदल किया। पुरुष सीनियर चयन समिति में प्रज्ञान ओझा और आरपी सिंह नए सदस्य बनाए गए हैं। ये दोनों एस. शरत और सुब्रतो बनर्जी की जगह लेंगे। समिति की कमान अब भी अजित अगरकर के पास रहेगी, जो 2026 T20 वर्ल्ड कप तक इसे लीड करेंगे। अजय रात्रा और एसएस दास भी इस समिति का हिस्सा हैं। शरत को अब जूनियर चयन समिति में भेजा गया है, जबकि बनर्जी का कार्यकाल खत्म हो चुका है।

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महिला सीनियर चयन समिति में भी बदलाव हुआ है। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अमिता शर्मा को नई अध्यक्ष बनाया गया है। वे नीतू डेविड की जगह लेंगी। उनकी टीम में श्यामा डे, सुलक्षणा नाइक, जया शर्मा और श्रावंती नायडू शामिल हैं।

मन्हास का क्रिकेट और कोचिंग करियर

मिथुन मन्हास भारतीय घरेलू क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने 1997 से 2017 तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 157 मैच खेले और 9,714 रन बनाए। लिस्ट-ए क्रिकेट में भी उनके नाम 4,000 से ज्यादा रन हैं। करियर के आखिरी दौर में उन्होंने दिल्ली छोड़कर जम्मू-कश्मीर का प्रतिनिधित्व किया और 2016 में संन्यास लिया।

संन्यास के बाद मन्हास ने कोचिंग की राह पकड़ी। उन्होंने IPL फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु, पंजाब किंग्स और गुजरात टाइटंस के साथ काम किया। इसके अलावा, वे बांग्लादेश अंडर-19 टीम के बल्लेबाजी सलाहकार भी रहे। प्रशासन में भी उनकी भूमिका रही है। वे BCCI की ओर से जम्मू-कश्मीर क्रिकेट संघ की देखरेख करने वाली उप-समिति का हिस्सा थे।

सहमति से चुना गया नेतृत्व

ESPNcricinfo की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मन्हास का नाम दिल्ली में हुई एक बैठक में तय हुआ। इस बैठक में जय शाह, राजीव शुक्ला, देवजीत साइकिया, रोहन जेटली और पूर्व बोर्ड सचिव निरंजन शाह मौजूद थे। सभी ने माना कि मन्हास का खिलाड़ी और कोच के रूप में अनुभव उन्हें BCCI को आगे ले जाने के लिए सही उम्मीदवार बनाता है। बोर्ड के सदस्यों का मानना है कि उनका क्रिकेट और प्रशासन का मिश्रित अनुभव भारतीय क्रिकेट को नई दिशा देगा।

First Published : September 28, 2025 | 3:43 PM IST