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IPL में फैंटसी स्पोर्ट्स प्लेटफार्मों का राजस्व 24 प्रतिशत बढ़कर 2,800 करोड़ रुपये पर

टी20 क्रिकेट प्रतियोगिता के दौरान कुल 6.1 करोड़ प्रतिभागियों ने फैंटसी गेमिंग में हिस्सा लिया।

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आर्यमन गुप्ता   
Last Updated- September 19, 2023 | 3:31 PM IST

दो महीने तक चले इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2023 के दौरान भारतीय फैंटसी स्पोर्ट्स प्लेटफार्मों का राजस्व 24 प्रतिशत तक बढ़कर 2,800 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल 2,250 करोड़ रुपये था। मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

रेडसियर स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट्स ने कहा कि आईपीएल 2019 के बाद से फैंटसी स्पोर्ट्स बाजार 30 प्रतिशत सीएजीआर दर से बढ़ा है।
फैंटसी स्पोर्ट ऐसा इंटरनेट गेम होता है, जहां प्रतिभागी काल्पनिक रूप से एकत्रित होते हैं या आभासी टीमों को इकट्ठा करते हैं, जो किसी पेशेवर खेल के वास्तविक खिलाड़ियों के प्रतिरूप होते हैं।

आभासी टीमें वास्तविक खेलों के खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर प्रतिस्पर्धा करती हैं। भारत में लोकप्रिय फैंटसी गेमिंग प्लेटफार्मों में तीन यूनिकॉर्न (1 अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाली कंपनियां) में से दो – ड्रीम 11 और एमपीएल शामिल हैं।

टी20 क्रिकेट प्रतियोगिता के दौरान कुल 6.1 करोड़ प्रतिभागियों ने फैंटसी गेमिंग में हिस्सा लिया। 31 मार्च से 30 मई तक आईपीएल 2023 दमदार उपयोगकर्ता जुटाने वाला ऐसा इंजन रहा, जिसमें 35 प्रतिशत उपयोगकर्ता पहली बार इन प्लेटफार्म पर खेल रहे थे। इस आमद की वजह से सीजन के दौरान नकदी व्यय करने वाले उपयोगकर्ताओं में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हर मैच में प्रति उपयोगकर्ता औसत खर्च 127 रुपये रहा।

रेडसीर के साझेदार उज्ज्वल चौधरी ने कहा कि आईपीएल 2023 के दौरान प्रमुख तीन प्लेटफार्मों ने 96 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल कर ली और सीजन में प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व 458 रुपये रहा। इस सीजन के दौरान आईपीएल का उत्साह गैर-आईपीएल खेलों के आयोजनों में भी दिखा। राजस्व में इनका योगदान 13 प्रतिशत रहा।

फाइनल मैच के दौरान शीर्ष स्तर और सप्ताहांत की तुलना में सप्ताह के दिनों में औसत सकल गेमिंग राजस्व (जीआरआर) 1.3 गुना अधिक था। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक ही दिन में कई मैचों के कारण सप्ताहांत के दौरान मेगा टेबल्स के आकार में 30 प्रतिशत की गिरावट आई है। हालांकि मेगा टेबल्स की रेक दर 24 प्रतिशत अधिक है, जो सीजन के दौरान राजस्व में 60 प्रतिशत का योगदान देती है।

रेडसीर का अनुमान है कि विज्ञापनों पर कुल 10,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जिसमें बीसीसीआई, फ्रेंचाइजी और ब्रॉडकास्टरों ने कुल खर्च का 65 प्रतिशत हिस्सा प्रत्यक्ष राजस्व के रूप में कमाया। शेष 35 प्रतिशत अप्रत्यक्ष राजस्व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, पारंपरिक मीडिया और अन्य इंटरनेट प्लेटफॉर्म द्वारा विज्ञापन राजस्व के रूप में अर्जित किया गया।

भारतीय फैंटसी स्पोर्ट्स उद्योग में हाल के वर्षों के दौरान असाधारण वृद्धि देखी गई है। वित्त वर्ष 2022 में इस क्षेत्र से होने वाला राजस्व 31 प्रतिशत बढ़कर 6,800 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

300 से अधिक फैंटसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म (एफएसपी) और अनुमानित 18 करोड़ उपयोगकर्ताओं के साथ भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला फैंटसी स्पोर्ट्स बाजार है।

First Published : July 4, 2023 | 11:05 PM IST