बिजनेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई समिट का आखिरी दौर बुधवार को होगा और इस कार्यक्रम में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाले विभिन्न मसलों पर अपनी बात रखेंगे, साथ ही यह भी बताएंगे कि इनसे निपटने के लिए केंद्रीय बैंक की क्या योजना है। इसके अलावा अग्रणी बैंकरों का पैनल भारतीय बैंकिंग के भविष्य पर चर्चा करेंगे।
कोरोनावायरस महामारी के दौरान देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर तरीके से संभालने के कारण हाल में कार्यकाल में तीन साल का विस्तार पाने वाले आरबीआई गवर्नर बिजनेस स्टैंडर्ड के सलाहकार संपादक तमाल बंद्योपाध्याय के साथ आरबीआई मुख्यालय से चैट भी करेंगे। यह कार्यक्रम शाम चार बजे शुरू होगा।
हम उम्मीद कर सकते हैं कि आरबीआई गवर्नर अहम मसलों जैसे असाधारण मौद्रिक प्रोत्साहन से सामान्यीकरण, महंगाई (जब कच्चे तेल की कीमतें बढ़ रही हैं और सरकार ने हालांकि कर में कटौती की है), अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बॉन्ड खरीद कार्यक्रम में कटौती व उस वजह से होने वाले उतारचढ़ाव के अलावा क्रेडिट की सुस्त रफ्तार आदि पर अपनी राय सामने रखेंगे।
आरबीआई गवर्नर के साथ बहुप्रतीक्षित चैटिंग बैंकरों के पैनल के साथ भी जुड़ेगी और नौ दिन तक चली (11 सत्र) बीएस-बीएफएसआई समिट का समापन हो जाएगा।
बैंकरोंं के पैनल में भारतीय बैंंकिंग उद्योग के दिग्गज शामिल होंगे। भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा, ऐक्सिस बैंक के प्रबंध निदेशक व सीईओ अमिताभ चौधरी, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के एमडी व सीईओ राजकिरण राय जी, सिटीबैंंक इंडिया के सीईओ आशु खुल्लर, आईडीबीआई बैंक के एमडी व सीईओ राकेश शर्मा और आईडीएफसी फस्र्ट बैंक के एमडी व सीईओ वी वैद्यनाथन जैसे बैंकरों का पैनल ‘इंडियन बैंकिंग : पास्ट इम्पर्फेक्ट, प्रजेंट टेंस बट फ्यूचर ब्राइट’ विषय पर अपनी बात रखेगा। बीएफएसआई समिट की चारों तरफ काफी चर्चा हुई – ऑनलाइन और बिजनेस स्टैंडर्ड के अखबारों में। साथ ही इसके ऑनलाइन कवरेज पर काफी चर्चा देखने को मिली और ये सबसे ज्यादा पढ़े व देखे गए।