क्या आपको पता है कि पृथ्वी के 70 प्रतिशत हिस्से पर सिर्फ सागर-महासागर हैं? इन सागर-महासागर में सिर्फ पानी ही नहीं भरा है, इसमें छुपे हैं कई रहस्य, जिसका आजतक पता नहीं चल पाया है। इसकी गहराइयों में मौजूद है अनगिनत संसाधन, जिसके बारे में किसी को पता नहीं है। इसमें गर्भ में है जैव-विविधता […]
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भारत को दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल करने के लिए विनिर्माण पर अधिक ध्यान केंद्रित करना होगा। देश आज दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता है लेकिन उसकी विनिर्माण क्षमता महज कुछ ही क्षेत्रों तक सीमित है। श्रृंखला के चौथे भाग में देखेंगे कि चीन का विकल्प बनते हुए देश में […]
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वर्ष 2024 पूरी दुनिया के लिए उठापटक भरा रहा है। अमेरिका में डॉनल्ड ट्रंप के सनसनीखेज चुनाव अभियान और राष्ट्रपति पद पर दोबारा निर्वाचन, पश्चिम एशिया में हमलों और जवाबी हमलों के बीच शांति स्थापित करने के प्रयासों के दरम्यान वैश्विक संबंधों की दिशा और दशा दोनों ही बदल गई। देशों की कूटनीतिक ताकत कसौटी […]
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भारत की बढ़ती आबादी के साथ परिवारों और स्वास्थ्य सेवा उद्योग के लिए बुजुर्गों की देखभाल जरूरी होती जा रही है। इसने नए कारोबारों को भी जन्म दिया है। अब ऐसी स्टार्टअप भी आ गई हैं जो नवाचार आधारित समाधान की पेशकश करती हैं, जिससे कहीं से भी घर के बुजुर्गों की देखभाल हो सकती […]
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रोजमर्रा के सामान (एफएमसीजी) बनाने वाली भारतीय कंपनियों को अब यह एहसास होने लगा है कि खर्च करने पर सोचने नहीं वाले बुजुर्ग अब खास उत्पादों पर अधिक खर्च करने के लिए भी तैयार रहते हैं। इसलिए अब वे उनकी जरूरतों के मुताबिक खाद्य पदार्थ और स्किन केयर (त्वचा देखभाल) उत्पादों की श्रृंखला पेश कर […]
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देश में बुजुर्ग पर्यटकों एवं यात्रियों के अनुकूल सुविधाएं उपलब्ध कराने में आज यात्रा एवं आतिथ्य क्षेत्र भी पीछे नहीं है। होटलों में वरिष्ठ नागरिकों की सामान्य जरूरतों से लेकर सुरक्षा और आवाजाही के लिहाज से तमाम सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। उदाहरण के लिए हिल्टन बेंगलूरु एम्बैसी गोल्फलिंक्स में कमरों में चौड़े दरवाजे […]
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बेनेगल को अंकुर (1973), निशांत (1975), मंथन (1976), भूमिका (1977), मम्मो (1994), सरदारी बेगम (1996) और ज़ुबैदा (2001) जैसी प्रतिष्ठित फिल्मों के निर्देशन के लिए जाना जाता है। पढ़ें – नहीं रहे श्याम बेनेगल; निशांत, मंथन, जुबैदा जैसी फिल्मों के रचनाकार ने 90 साल की उम्र में ली आखिरी सांस
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चीन जैसे देशों द्वारा भारत में कम आयात शुल्क का फायदा उठाते हुए पेट्रोरसायन उत्पादों को ‘डंप’ किए जाने की आशंका है। एक शीर्ष व्यापार निकाय ने इस बारे में सरकार को पत्र लिखकर इन उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाने की मांग की है। फिक्की (FICCI)की पेट्रोकेमिकल्स एवं प्लास्टिक समिति ने रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय […]
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पिछले कुछ महीनों में राजनीतिक, व्यावसायिक, सामाजिक और सांस्कृतिक हलकों की कुछ बड़ी हस्तियों ने भारत की जनसंख्या के कई पहलुओं पर बात की है। उद्योग जगत की एक जानी-मानी शख्सियत ने बढ़ती आबादी पर फिक्र जताई है तो कई दूसरे लोग प्रजनन दर में गिरावट से चिंता में पड़े हैं। उनकी बातें देश में […]
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कुवैत राज्य के अमीर महामहिम शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह के निमंत्रण पर 21-22 दिसंबर 2024 को कुवैत का दौरा करेंगे। यह 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की कुवैत की पहली यात्रा होगी। पीएम मोदी के पहले 1981 में देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कुवैत का दौरा किया था। […]
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