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कमाई साझेदारी पर जोर दे रहे होटल ब्रांड

Last Updated- December 11, 2022 | 7:27 PM IST

महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के दौरान होटल मालिकों को काफी नुकसान हुआ और कमाई बिल्कुल भी नहीं हुई ऐसे में उस दौर से ही सबक लेते हुए मझोले स्तर के होटल ब्रांड अब लागत और जोखिम साझा करने की योजना बना रहे हैं। इसी योजना के तहत कई प्रमुख होटल ब्रांड प्रबंधन अनुबंध मॉडल के बजाय परिसंपत्ति मालिकों के साथ राजस्व साझेदारी मॉडल का विकल्प चुन रहे हैं।
घरेलू स्तर के मझोले होटल ब्रांड मसलन इंडियन होटल कंपनी (आईएचसीएल) के जिंजर, कामत ग्रुप्स के ऑर्किड होटल्स और कॉन्सेप्ट हॉस्पिटैलिटी के फर्न जैसे ब्रांड परिसंपत्ति मालिकों के साथ राजस्व साझेदारी के विभिन्न चरणों में हैं। आईएचसीएल इस क्षेत्र में कुछ वर्षों से हैं लेकिन कॉन्सेप्ट हॉस्पिटैलिटी और कामत ग्रुप ने प्रबंधन अनुबंध पर निर्भरता दिखाई है।  नोएसिस कैपिटल एडवाइजर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नंदीवर्धन जैन के मुताबिक परिसंपत्ति मालिक राजस्व साझेदारी करने के बेहद इच्छुक हैं। जैन की कंपनी परिसंपत्ति मालिकों और होटल ब्रांडों को एक दशक से भी अधिक समय से राजस्व साझेदारी करने के लिए कह रही है। जैन कहते हैं, ‘हम 10 होटल ब्रांडों के साथ बेहद सक्रियता से काम कर रहे हैं जो राजस्व साझेदारी का मूल्यांकन एक विकल्प के रूप में कर रहे हैं ताकि मुंबई, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, हैदराबाद, बेंगलूरु, पुणे, गोवा, कोलकाता, चेन्नई और अन्य बड़े प्रमुख वाणिज्यिक राजधानियों और छुट्टी बिताने वाली जगहों पर कुल मिलाकर 12,000 कमरे पोर्टफोलियो में जोड़ा जा सके।’ पिछले 12 महीने में नोएसिस कैपिटल एडवाइजर्स ने महानगरों से लेकर टीयर 3 शहरों में कारोबार से लेकर छुट्टी बिताने वाली जगहों पर राजस्व साझेदारी आधार पर 23 होटलों के लिए करार पूरा किया है। मिसाल के तौर पर कॉन्सेप्ट हॉस्पिटैलिटी को लें। इस होटल कंपनी ने 26 साल के इतिहास परिसंपत्ति प्रबंधन अनुबंध के जरिये 95 होटलों और 5,000 चाबियों का प्रबंधन किया है जो नवंबर 2021 में राजस्व साझेदारी के लिए अहम है।
कॉन्सेप्ट हॉस्पिटैलिटी के सीईओ सुहैल कन्नमपल्ली का कहना है कि कंपनी ने गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में 250 कमरे के लिए करार किया है और यह राजस्व साझेदारी मॉडल के तहत वडोदरा में 108 कमरे जोडऩे के लिए करार करने की प्रक्रिया में है। कन्नमपल्ली कहते हैं, ‘हम अपने पोर्टफोलियो में होटल जोडऩे के अलावा कुछ अन्य परिसंपत्तियों को भी जोडऩे की योजना बना रहे हैं। राजस्व साझेदारी भी इसी रणनीति का हिस्सा है।’
इसी तरह ऑर्किड ब्रांड वाले होटलों का मालिकाना स्वामित्व रखने वाले कामत समूह ने परंपरागत रूप से प्रबंधन अनुबंध मार्ग को चुना है और यह राजस्व साझेदारी के लिए होटल मालिकों के साथ बातचीत कर रहा है क्योंकि इसे अपने दायरे का विस्तार करना है। आईएचसीएल के जिंजर के लिए राजस्व साझेदारी का मॉडल कोई नया नहीं है। प्रॉपर्टी के आकार और लोकेशन के आधार पर यह परिसंपत्ति मालिकों के साथ राजस्व साझेदारी कर रहा है। जनवरी-मार्च तिमाही में ही ब्रांड ने दो से तीन सौदे देहरादून और आगरा में किए जो राजस्व साझेदारी पर आधारित हैं। नोएसिस इस करार में सलाहकार कंपनी थी।
कामत ग्रुप ऑफ होटल्स ने प्रबंधन अनुबंध या दीर्घावधि के पट्टे पर निर्भरता जताई है लेकिन अब यह राजस्व-साझेदारी के विकल्प पर विचार कर रहा है। कामत ग्रुप ऑफ होटल्स के सीईओ विशाल कामत ने कहा, ‘महामारी के दौरान एक प्रमुख रुझान यह उभरा है कि होटलों की ब्रांडेड शृंखला ने असंगठित और स्टैंडअलोन होटलों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है। उनकी वृद्धि करने की ताकत अब नहीं रही है खासतौर पर मानव संसाधन के लिहाज से। ये परिसंपत्ति मालिक राजस्व साझेदारी के लिए हम तक पहुंच रहे हैं।’
होटल ब्रांड काफी फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं और वे इस पर आगे तभी बढ़ेगे जब किसी प्रॉपर्टी से उन्हें किसी स्थिर वर्ष में 35-40 फीसदी सकल परिचालन मुनाफा पाने का भरोसा होगा। तभी उनके लिए मालिकों के साथ 20-25 फीसदी राजस्व साझेदारी करने का अर्थ होगा और 15 फीसदी कमाने का मौका भी है जो जैन के मुताबिक परिचालक द्वारा वसूले जा रहे प्रबंधन शुल्क का दोगुना है।
आमतौर पर घरेलू ब्रांडों के लिए प्रबंधन फीस कुल कारोबार का 7-8 फीसदी है। उनके पास इसे दोगुना करने का मौका है। उनका कहना है कि इसी वजह से यह जोखिम लेना सार्थक है। मालिकों के लिए यह आश्वासन है कि उनकी जेब पर असर नहीं पड़ेगा और वे बाजार की खराब परिस्थितियों में भी पूंजी बना लेंगे।
यह एक ऐसा वक्त है जब होटल अच्छी तिमाही की उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि लोग छुट्टियां बिताने के लिए ठंडी जगहों पर जा रहे हैं। छुट्टियों वाली यात्रा की मांग में तेजी आई है और इससे अंतरराष्ट्रीय और कॉरपोरेट यात्रा के लिए पूरा माहौल तैयार हो गया है।

First Published - April 29, 2022 | 12:08 AM IST

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