facebookmetapixel
ग्रीन हाइड्रोजन लक्ष्य में बदलाव, 2030 तक 30 लाख टन उत्पादन का नया टारगेटStock Market Today: गिफ्ट निफ्टी से पॉजिटिव संकेत, एशिआई बाजारों में तेजी; आज चढ़ेगा या गिरेगा बाजार ?क्विक कॉमर्स में मुनाफे की नई दौड़ शुरू! मोतीलाल ओसवाल ने Swiggy और Eternal पर जारी किए नए टारगेट्सIRDAI की नजर स्वास्थ्य बीमा के दावों पर, निपटान राशि में अंतर पर चिंताPNB, केनरा और इंडियन बैंक भी करेंगे बॉन्ड मार्केट में प्रवेश, धन जुटाने की तैयारीजीएसटी सुधार से FY26 में भारत की GDP ग्रोथ 7.4% तक पहुंचेगी: NIPFPबैंकिंग घोटाले के बाद IndusInd Bank का सख्त फैसला, वेतन व बोनस रिकवर की प्रक्रिया शुरूStocks To Watch Today: Tata Motors, JSW Energy से लेकर Tata Power तक, आज किस कंपनी के स्टॉक्स में दिखेगा एक्शन; चेक करें लिस्टसरकार की कर वसूली में तेजी, लेकिन रिफंड जारी करने में सुस्तीदूसरे चरण के लोन पर कम प्रावधान चाहें बैंक, RBI ने न्यूनतम सीमा 5 फीसदी निर्धारित की

गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार और नवीन पटनायक को भारत रत्न देने की वकालत की

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सिंह ने अपनी भावना अपने लोकसभा क्षेत्र बेगूसराय में व्यक्त की तथा अपनी पार्टी के वर्तमान सहयोगी कुमार और पटनायक की प्रशंसा की।

Last Updated- December 25, 2024 | 11:37 PM IST
Giriraj Singh advocated giving Bharat Ratna to Nitish Kumar and Naveen Patnaik गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार और नवीन पटनायक को भारत रत्न देने की वकालत की

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिया जाना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सिंह ने अपनी भावना अपने लोकसभा क्षेत्र बेगूसराय में व्यक्त की तथा अपनी पार्टी के वर्तमान सहयोगी कुमार और पटनायक की प्रशंसा की। भाजपा ने पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) को इस वर्ष हुए ओडिशा विधानसभा चुनाव में परास्त करके राज्य की सत्ता से बाहर कर दिया था।

सिंह ने कहा, ‘नीतीश कुमार के सत्ता में आने से पहले बिहार खस्ताहाल सड़कों, विद्यालयों और इमारतों के लिए जाना जाता था, कुमार ने राज्य को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। इसी तरह, नवीन पटनायक ने इतने सालों तक ओडिशा की सेवा की। उनके जैसे नेता भारत रत्न जैसे सर्वोच्च सम्मान के हकदार हैं।’

बिहार के राजनीतिक हलकों में सिंह को नीतीश का आलोचक माना जाता है। सिंह ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद की ‘कुचेष्टा’ के बावजूद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) जनता दल (यूनाइटेड) प्रमुख नीतीश कुमार के नेतृत्व में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उत्सुक है।

गौरतलब है कि सिंह का यह बयान राजद द्वारा राजग के खींचतान का फायदा उठाने के प्रयासों की पृष्ठभूमि में आया है। राजद पूर्व में दो बार जदयू के साथ गठबंधन कर चुका है। लालू प्रसाद के पुत्र एवं बिहार के पूर्व मंत्री तेजस्वी यादव ने मंगलवार को आरोप लगाया था, ‘भाजपा ने मुख्यमंत्री कार्यालय पर नियंत्रण कर लिया है। नीतीश के चार करीबी सहयोगी, जिनमें से दो दिल्ली में हैं, भाजपा नेतृत्व के संपर्क में हैं। पूरी तरह से नियंत्रण अब अमित शाह कर रहे हैं।’

तेजस्वी यादव ने यह टिप्पणी शाह द्वारा एक निजी समाचार चैनल के एक कार्यक्रम में इसकी पुष्टि करने में अनिच्छा की पृष्ठभूमि में की कि अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नीतीश राजग का चेहरा होंगे।

इससे मीडिया के एक वर्ग में यह अटकलें लगाई जाने लगीं कि भाजपा बिहार में भी महाराष्ट्र जैसी रणनीति अपना सकती है। पिछले महीने हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को राजग के चेहरे के तौर पर पेश नहीं किया गया था।

राजग की प्रचंड जीत के बाद सबसे बड़े घटक के तौर पर उभरी भाजपा के देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बने थे।

First Published - December 25, 2024 | 11:37 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट