कांग्रेस ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के लिए बनाए गए वीडियो में ऑस्कर जीत चुकी फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर के ‘जय हो’ को चुना, तो भला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इसमें कैसे पीछे रहती?
एक तरफ जहां कांग्रेस ने 1 मिनट लंबी 3 फिल्म बनाई है, तो भाजपा ने 3.22 मिनट की एक ही फिल्म बना डाली। पार्टी ने इस फिल्म का नाम ‘टीम आडवाणी’ रखा है।
इस फिल्म में भाजपा ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को केंद्र में रखकर लाल कृष्ण आडवाणी को प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश किया है। इसके साथ ही इसमें भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को भी दिखाया गया है।
भाजपा के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया, ‘इस वीडियो का मकसद पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता को प्रोत्साहित करना है।’ पार्टी के इस वीडियो की सीडी उसके कार्यालय और म्युजिक रिटेल आउटलेट पर उपलब्ध होगी।
पार्टी के सूत्रों ने बताया कि अभी यह वीडियो चुनाव आयोग के पास समीक्षा के लिए गया हुआ है। आयोग की अनुमति के बाद ही उसे प्रसारित किया जाएगा। इस वीडियो का गाना, ‘फौलादी बाजू अटल इरादे, दिल में गूंजे देश राग’ रूप कुमार राठौड़ ने गाया है।
इसके अलावा भाजपा अपने रेडियो कैंपेन के लिए प्रसिद्ध हिंदी कवि काका हाथरसी के नाम का इस्तेमाल कर रही है। पार्टी का यह जिंगल ‘काका की सुनिए, नई सरकार चुनिए’ आकाशवाणी समेत सभी एफएम चैनलों पर सुनाई दे रहा है।
रेडियो पर आ रहे इस जिंगल में उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी, आतंकवाद और आंतरिक सुरक्षा पर व्यंग्य किया है। हालांकि इस जिंगल के शब्द यूटोपिया कंसल्टिंग के प्रमुख निशीथ शरण ने लिखे हैं। भाजपा का चुनाव प्रचार सिमोस-टैग और यूटोपिया मिलकर देख रही हैं।
शरण ने बताया, ‘काका हाथरसी ऐसे कवि हैं जिनकी कविता से आम आदमी तुरंत जुड़ जाता है। उनका नाम देश के राजनीतिक गलियारे में काफी नाम है।’ इंदौर स्थित यूटोपिया श्रीलंका की पूर्व राष्ट्रपति चंद्रिका कुमारतुंगा के लिए भी कैंपेन कर चुकी है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा क ा चुनाव कैंपेन भी यूटोपिया ने ही संभाला था।
दिलचस्प बात यह है कि पूर्व गृहमंत्री शिवराज पाटिल की जल्दी जल्दी कपड़े बदलने की आदत और आंतरिक सुरक्षा के मामले पर विफल रहने पर किए गए एक व्यंग्य पर चुनाव आयोग ने आपत्ति जताई थी। शरण ने बताया, ‘हमें इस जिंगल पर नए सिरे से काम कर इसे चुनाव आयोग के पास फिर से समीक्षा के लिए भेजना पड़ा था।’
पार्टी अपने चुनावी प्रचार अभियान को देश भर के 278 एफएम स्टेशनों पर प्रसारित करने की योजना बना रही है। हालांकि काका हाथरसी से जुड़ा कैंपेन हिंदी भाषी क्षेत्रों तक ही सीमित रहेगा। पार्टी ने क्षेत्रीय भाषाओं में अपना कैंपेन शुरू करने के लिए कई लोगों को नियुक्त किया है।