केंद्र द्वारा नियुक्त की गईं मिडवाइफ जैसी ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं तक पहुंच को आसान बनाने के लिए उन्हें मोबाइल फोन मुहैया कराया जा रहा है।
असम सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए यह सुविधा दी है। राज्य में मान्यताप्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (आशा)को रेडियो भी वितरित किए जा रहे हैं। इसके माध्यम से उन्हें स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां मिल सकेंगी।
उन्हें तत्काल वित्तीय प्रोत्साहन देने के लिए उनके बैंक खाते भी खोले जा रहे हैं। असम के अलावा तमिलनाडु के गांवों में भी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए वहां मौजूद आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल फोन मुहैया कराए गए हैं। निजी ब्राडकास्टर के साथ मिलकर प्रसार भारती ने आशा नाम से एक विशेष कार्यक्रम भी शुरू किया है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन ने गांवों में स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए असम के निजी अस्पतालों के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। राज्य में स्थित सार्वजनिक और निजी अस्पताल स्वास्थ्य सुरक्षा में भागीदार बनना चाहते हैं। यह भी विदित है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ए. रामदोस ने आशा और एएनएम के कार्यकर्ताओं को रेडियो और मोबाइल फोन वितरित किए।