सारे देश में रियल एस्टेट में मंदी की चाहे जितनी भी बात की जा रही हो नोएडा में जमीन के दाम दिन दूने रात चौगनी गति से बढ़ रहे है।
पिछले महीने ग्रेटर नोएडा में जमीन की कीमतों में हुई छप्परफाड़ वृद्धि के बाद गुरुवार को नोएडा प्राधिकरण की बैठक में आवासीय, औद्यौगिक और संस्थागत जमीन के दामों में 20 से 25 फीसदी की वृद्धि कर दी गई है। पिछले माह नोएडा प्राधिकरण की बैठक में जमीन के दामों में वृद्धि के प्रस्ताव को पुनर्विचार के लिए छोड़ दिया गया था।
इस गुरुवार को संपन्न हुई बोर्ड की बैठक में नोएडा में आवासीय,औद्योगिक और संस्थागत जमीन की कीमतें 20 से 25 फीसदी बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके अलावा वाणिज्यिक जमीन की कीमतों को 55 हजार से 1 लाख 70 हजार के मध्य निर्धारित किये जाने का फैसला लिया गया है।
इस बाबत प्रापर्टी डीलर पी के जैन का कहना है कि नोएडा में जमीन की कीमतें बढ़ने से रियल एस्टेट के कारोबार में कोई कमी आने की संभावना नहीं है क्योकि नोएडा में रिहायशी और औद्योगिक जमीन के खरीदार बड़ी आसानी से उपलब्ध है। यहीं नहीं बोर्ड की बैठक में ग्रेटर नोएडा में औद्योगिक और संस्थागत जमीन के दामों में 50 फीसदी की कमी की गई है।
लेकिन इसके साथ ही तय हुआ है कि ग्रेटर नोएडा में 4 हजार वर्ग मीटर तक के औद्योगिक और संस्थागत भूंखडों की कीमतें पहले की ही तरह तयशुदा रहेंगी। बोर्ड ने यह भी तय किया है कि अब नोएडा में आवासीय योजना के लिए जमीन की नीलामी नहीं होगी। इसके लिए लॉटरी सिस्टम अपनाया जाएगा।
प्रॉपर्टी विश्लेषक अनिल सिंह का कहना है कि बोर्ड ने औद्योगिक और संस्थागत भूखंडो में 4 हजार वर्गमीटर से बड़े भूखंडों की कीमतों को पचास फीसदी घटाया है। निश्चित तौर पर यह बड़े निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर है। वैसे ही रियल एस्टेट में प्रापर्टी के दाम आसमान को छू रहें है।