जेटीपीएल टॉउनशिप प्राइवेट लिमिटेड मोहाली में एक टॉउनशिप विकसित करने की योजना बना रही है।
‘जेटीपीएल सिटी मोहाली’ नाम के इस प्रस्तावित टॉउनशिप को 85 एकड़ के क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। यह उम्मीद जताई जा रही है कि अगले 3-4 साल में इस परियोजना पर 450 करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे। टॉउनशिप विकसित करने के लिए कंपनी ने जमीन का अधिग्रहण कर लिया है।
जेटीपीएल टॉउनशिप के निदेशक (संचालन) सिध्दार्थ गुप्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘ प्रस्तावित परियोजना एक संपूर्ण एकीकृत टॉउनशिप है, जिसे 85 एकड़ के क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। इस टॉउनशिप में प्राथमिक और उच्च विद्यालय, शॉपिंग मॉल, व्यावसायिक परिसर, क्लब, अस्पताल, प्लॉट, विला, ग्रुप हॉउसिंग आदि भी विकसित किया जाएगा। यह टॉउनशिप चंडीगढ़ के नए बनने वाले अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे और रेलवे स्टेशन से काफी नजदीक है।’
गुप्ता ने बताया, ‘इस टॉउनशिप में विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। कंपनी इस परियोजना के लिए अगले 3-4 साल में 450 करोड़ रुपये निवेश करेगी। इस परियोजना को पूरा करने में कम से कम चार साल का वक्त लगेगा।
गुप्ता ने बताया कि मोहाली में प्रमुख स्थान पर स्थित होने की वजह से इस टॉउनशिप से रेलवे स्टेशन और आगामी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की दूरी संभवत: 10-15 मिनट में पूरी की जा सकेगी। नई पीढ़ी के लिए बनने वाली इस परियोजना में विश्वस्तरीय पार्किंग स्पेस, चारों तरफ फैली हरियाली, अत्याधुनिक जल आपूर्ति प्रणाली, 100 फुट चौड़ी ठोस सड़क और 60, 45 और 35 फुट चौड़े आकार के लेन की भी व्यवस्था की जाएगी।
गुप्ता ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं से लैस यह परियोजना मोहाली की नई पीढ़ी की जीवन शैली में एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक होगी। शुरुआत में कंपनी 150 प्लॉटों की पेशकश करेगी। उन प्लॉटों को 14,000 प्रति वर्ग यार्ड की दर पर बिक्री की जाएगी। अन्य परियोजनाओं के बारे में पूछे जाने पर गुप्ता ने बताया, ‘इसके अलावा कंपनी करनाल (हरियाणा) में भी एक टॉउनशिप परियोजना शुरू करेगी।
इस परियोजना को 77 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस परियोजना पर 350 करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे।’ इसके अलावा जेएमडी ग्रुप की योजना हरियाणा में अपनी दुग्ध प्रसंस्करण क्षमता को दोगुना करने पर 150 करोड़ रुपये का निवेश करने की भी है। जेटीपीएल टॉउनशिप प्राइवेट लिमिटेड देश की अग्रणी जेएमडी समूह का एक हिस्सा है। साल 2007-08 में इस समूह का कारोबार 2,500 करोड़ रुपये था।