दिल्ली में संक्रमण कड़े प्रतिबंध लगाने के स्तर तक पहुंचा

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 7:51 PM IST

दिल्ली में कोरोना के मामले बढऩे लगे हैं और संक्रमण दर रात्रि व साप्ताहिक कफ्र्यू के साथ ही उद्योग पर सख्ती करने लायक स्तर तक पहुंच चुकी है। दिल्ली में बीते कुछ दिनों से संक्रमण दर दो फीसदी से ऊपर चल रही है। सक्रिय मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। कोरोना के मौजूदा हालात की समीक्षा करने के लिए अगले सप्ताह दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण डीडीएमए की बैठक होने वाली है।
दिल्ली में बीते तीन-चार दिन से संक्रमण दर दो फीसदी से ज्यादा आ रही है। कोरोना संबंधी ग्रेप योजना के मुताबिक संक्रमण दर लगातार दो दिन 2 फीसदी से ज्यादा रहने पर तीसरे चरण के कोरोना प्रतिबंध लगा दिए जाते हैं। जिनमें रात्रि व साप्ताहिक कफ्र्यू के साथ ही शिक्षा संस्थान, सिनेमा हॉल, बैंक्वेट हॉल, स्पा, स्विमिंग पूल बंद करना शामिल है। इसके अलावा रेस्टोरेंट व बार में सिर्फ होम डिलिवरी की सुविधा होगी। बाजारों और मॉल में गैर जरूरी सामानों की दुकानें बंद कर दी जाती हैं। तीसरे चरण में छूट वाली श्रेणी के अलावा निजी कार्यालय बंद कर दिए जाते हैं। सरकारी कार्यालय भी सीमित कर्मचारियों के साथ खुलते हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अभी कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार पैनी नजर बनाए हुए है। अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या नहीं बढ़ रही है। कोरोना मामले बढऩे के कारण सभी अस्पतालों को सतर्क रहने को कहा गया है। कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सरकार टेस्ट, ट्रेस, ट्रीट के सिद्धांत पर काम कर रही है। सरकार करीब 37,000 कोविड बेड और 10,594 कोविड आईसीयू बेड तैयार कर चुकी है। सरकार की योजना 65,000 बेड तैयार करने की है। मामले बढऩे पर होम आइसोलेशन सिस्टम लागू किया जाएगा।   
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी का कहना है कि अभी दिल्ली में ओमीक्रोन के ही मामले आ रहे हैं। कोरोना के नए रूप के मामले नहीं आए हैं। ग्रेप के तीसरे चरण के लिए 2 फीसदी से ज्यादा संक्रमण दर के साथ सात दिन 9,000 से अधिक नए कोरोना मरीज आने चाहिए। साथ ही 1,000 ऑक्सीजन बेड भरने चाहिए, जबकि बीते दो दिन से ही 300 के करीब नए कोरोना मरीज आए हैं। अस्पतालों में महज 48 मरीज भर्ती हैं, जबकि ऑक्सीजन पर तो आठ ही मरीज हैं। इसलिए अभी कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना मामलों की समीक्षा के लिए अगले सप्ताह डीडीएमए की बैठक होगी। जिसमें कोरोना प्रतिबंधों के बारे में फैसला लिया जाएगा। मामले बढऩे के कारण दिल्ली में फिर से मास्क पहनना अनिवार्य किया जा सकता है।

First Published : April 15, 2022 | 11:26 PM IST