ग्वार और ग्वार गम की कीमतों में लगातार तेजी दर्ज की जा रही है। बीते दो महीने में ग्वार के दाम करीब 20 फीसदी चढ़ चुके हैं, जबकि ग्वार गम की कीमतों में करीब 30 फीसदी की तेजी आई है। निर्यात मांग मजबूत होने से ग्वार गम के भाव तेजी से बढ़ रहे हैं। चालू वित्त वर्ष में नवंबर तक ग्वार गम के निर्यात में मात्रा के लिहाज से 40 फीसदी और मूल्य के लिहाज से 80 फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी हुई है।
ग्वार व ग्वार गम की कीमतों में तेजी
भारतीय वायदा बाजार एनसीडीईएक्स में 11 नवंबर को ग्वार गम का जनवरी अनुबंध 10,482 रुपये पर बंद हुआ था, जो आज बढ़कर खबर लिखे जाने के समय दिन के उच्च स्तर 13,750 रुपये प्रति क्विंटल तक चला गया। इस तरह दो महीने में ग्वार गम के वायदा भाव करीब 30 फीसदी बढ़ चुके हैं। एनसीडीईएक्स में 11 नवंबर को 5,255 रुपये के भाव पर बंद होने वाला ग्वार जनवरी अनुबंध आज खबर लिखे जाने के समय दिन के उच्च भाव 6,367 रुपये प्रति क्विंटल पर कारोबार कर रहा था। दो माह में इसके भाव करीब 20 फीसदी चढ़े हैं। ओरिगो कमोडिटीज में सीनियर मैनेजर (कमोडिटी रिसर्च) इंद्रजीत पॉल ने बताया कि ग्वार गम का निर्यात इस वित्त वर्ष काफी ज्यादा हो रहा है। इसलिए देश में ग्वार गम व ग्वार की कीमतों में तेजी आ रही है। उत्पादन कम होने से भी कीमतों में तेजी को सहारा मिला है।
अप्रैल-नवंबर में 2.94 लाख टन ग्वार गम का हुआ निर्यात
चालू वित्त वर्ष में ग्वार गम के निर्यात में काफी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। वर्ष 2022-23 की अप्रैल नवंबर अवधि में 2.94 लाख टन ग्वार गम का निर्यात हो चुका है, जबकि वर्ष 2021-22 की समान अवधि में 2.10 लाख ग्वार गम निर्यात हुआ था। इस तरह ग्वार गम के निर्यात में मात्रा के लिहाज से 40 फीसदी का इजाफा हुआ है। मूल्य के लिहाज से ग्वार गम का निर्यात 83.19 फीसदी बढा है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर में 3,513 करोड़ रुपये मूल्य के ग्वार गम का निर्यात हुआ, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकडा 1,918 करोड़ रुपये था। निर्यात मांग काफी मजबूत होने से भारतीय ग्वार गम निर्यातकों को इसके दाम भी अच्छे मिले हैं। इस वित्त वर्ष नवंबर तक 1,508 डॉलर प्रति टन के औसत भाव पर ग्वार गम निर्यात हुआ है, पिछले वित्त वर्ष भाव 1,230 डॉलर प्रति टन था