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मंदी में मौज-मस्ती ना बाबा ना

Last Updated- December 08, 2022 | 7:44 AM IST

वैश्विक वित्तीय बाजारों में जारी संकट का असर मनोरंजन पार्क से जुड़े उद्योगों पर भी साफ देखा जा सकता है।


देश में बीते वर्षो के दौरान आर्थिक तेजी और उसके फलस्वरूप मनोरंजन पार्क से जुड़े उद्योगों में जोरदार उछाल देखने को मिला है। लेकिन अब उद्योग की विकास दर घटने लगी है।

हालांकि, उद्योग से जुड़े लोगों का मानना है कि यह क्षेत्र अभी भी अगले साल 500 करोड़ रुपये से 600 करोड़ रुपये तक का निवेश हासिल कर सकता है।

इंडियन एसोसिएशन ऑफ एमुसमेंट पर्क्स ऐंड इंडस्ट्रीज (आईएएपीआई) के अध्यक्ष अरिजीत सेनगुप्ता ने बताया कि ‘सारी दुनिया वित्तीय संकट का सामना कर रही है,

इसलिए अगले साल छोड़ी मुश्किल आ सकती है लेकिन लिए कुछ परियोजनाओं में देरी हो सकती है।’ आईएएपीआई मौज-मस्ती से जुड़े उद्योगों की शीर्ष संस्था है और इसके सदस्यों की संख्या 170 से अधिक है।

First Published - December 7, 2008 | 9:19 PM IST

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