महामारी के दौर में स्मारकों की बंदी के चलते चौपट हो चुकी आगरा की अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर लौट सकती है। आगरा के महत्त्वपूर्ण पर्यटक स्थलों को दो चरणों में अब खोलने का फैसला लिया गया है। आगरा के जिलाधिकारी पीएन सिंह ने पर्यटन के नजरिये से शहर के महत्त्वपूर्ण स्मारकों को खोलने के आदेश जारी किए हैं। हालांकि अभी ताजमहल और आगरा फोर्ट जैसे स्मारक नहीं खोले जाएंगे। आगरा जिला प्रशासन के मुताबिक 1 सितंबर से ताज और आगरा के किले को छोड़ कर बाकी स्मारकों को खोल दिया जाएगा। बीते पांच महीनों से आगरा में ताज सहित बाकी के सभी स्मारकों में पर्यटकों के आवागमन पर रोक के चलते यहां की अर्थव्यवस्था को जबरदस्त झटका लगा है। आगरा पर्यटन के अलावा चमड़े के काम के लिए मशहूर है। हर साल भारी तादाद में पर्यटकों के आगमन के चलते आगरा शहर में हजारों होटल, रेस्टोरेंट और टैक्सी चलती हैं।
बीते कुछ महीने की तालाबंदी के चलते जहां चमड़े का कारोबार प्रभावित हुआ है, वहीं आगरा के होटल उद्योग को भी जबरदस्त झटका लगा है। आगरा जिला प्रशासन के आदेश के मुताबिक ताज और आगरा किला छोड़ सभी स्मारक 1 सितंबर से खुलेंगे। आदेश में कहा गया है कि आगरा में सिकंदरा स्मारक, फतेहपुर सीकरी, एतमाद्दौला और महताब बाग को पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। हालांकि यहां महामारी को देखते हुए खास सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे और सीमित संख्या में लोगों को आने की अनुमति दी जाएगी। आदेश के मुताबिक ताजमहल, आगरा फोर्ट दूसरे चरण में खुलेगा।
आगरा में जूते के थोक व फुटकर कारोबार के लिए मशहूर नाई की मंडी और बिजलीघर बाजार में भी काम शुरू हो गया है। अनलॉक के बाद कुछ दिनों तक कारीगर नहीं आ रहे थे और पटरी कारोबार की इजाजत नहीं थी। वहीं बस व ट्रेन नहीं चलने के कारण व्यापारी भी नहीं आ रहे थे। अब कामकाज पटरी पर लौटने लगा है।
