अमेरिकी चाटर्ड फाइनैंशियल एनालिस्ट इंस्टीटयूट (सीएफए) के छात्रों को भी इस बार भी परीक्षाएं देने के लिए विदेश दौरा करना पड़ेगा।
उनकी परीक्षाएं 3 जून से शुरु होने वाली हैं। इसकी वजह यह है कि इस संस्थान को अब तक ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्नीकल एजुकेशन (एआईसीटीई) से स्वीकृति नहीं मिली है।
मुंबई की एक ब्रोकिंग फर्म में इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट का काम करने वाले राम कपूर का कहना है कि, ‘पिछले साल सीएफए और एआईसीटीई के बीच कोर्ट केस का मसला बन गया। इस वजह से मैं परीक्षा की तैयारी नहीं कर सका। लेकिन इस दफे मैं कोई कोताही नहीं बरतना चाहता हूं। मैंने बैंकॉक के लिए अपना टिकट बुक करा लिया है ताकि मैं वहां परीक्षा दे सकूं।सीएफए के 60 से ज्यादा छात्र परीक्षा देने बैंकॉक जा रहे हैं।’
हर एक छात्र को टिकट के अलावा वहां रहने के लिए 50 हजार रुपयें खर्च करने पडेंग़े। बैंकॉक आने-जाने का किराया 16 हजार रुपये है और वहां ठहरने का खर्च लगभग 20 से 30 हजार पड़ता है। अगर कोई सिंगापूर जाता है तो उसका खर्च भी लगभग समान ही होता है।
सीएफए के छात्र काठमांडू, ढाका, कोलंबो, सिंगापूर, थाईलैंड, हांगकांग और यूनाईटेड अरब अमीरात में भी परीक्षा दे सकते हैं। पिछले साल संस्थान ने जिन छात्रों की परीक्षाएं विदेश में ली उनको यात्रा खर्च के लिए 300 डॉलर भी दिया था। हालांकि इस साल ऐसी कोई योजना अभी नहीं बनी है।
एआईसीटीई के साथ इसके संघर्ष और पाठयक्रम की ज्यादा फीस के बावजूद छात्र सीएफए को एक बेहतर विकल्प मान रहे हैं। भारत की मल्टीनेशनल कंपनी में फाईनैंशियल एनालिस्ट जय कुमार का कहना है, ‘सीएफए अपने आप में एक ओहदे जैसा है। यह आपको अंतरराष्ट्रीय रुतबा तो देता ही है।
भारत के किसी भी पाठयक्रम में ऐसी क्वालिटी नहीं मिलेगी। यह पाठयक्रम महज एक कोर्स का हिस्सा न बनकर उससे कहीं ज्यादा आपके करियर को तरक्की देने वाला है।’ यहां के लेवल वन और टू के छात्रों की नामांकन और परीक्षा फीस 39,600 और 43,120 रुपये होगी। लेवल थ्री के छात्रों के लिए फीस होगी 55,800 रुपये होगी।
दिसंबर 2007 में दिल्ली हाई कोर्ट ने एआईसीटीई के विरूद्ध सीएफए की याचिका खारिज कर दी थी। सीएफएकी मांग थी कि संस्थान को तकनीकी शिक्षा के नियामकों की इजाजत मिल जाए ताकि वे भारत में अपने पाठयक्रम का संचालन कर सकें। एआईसीटीई ने सीफए को एक नोटिस जारी कर अपने काम को बंद करने के लिए कहा था जब तक की उसे एआईसीटीई की अनुमति न मिल जाए।