प्रतीकात्मक तस्वीर | फोटो क्रेडिट: Freepik
कोटक महिंद्रा बैंक ने अपने डेबिट और क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए एक बड़ा ऐलान किया है, जो कई लोगों के लिए झटका साबित हो सकता है। बैंक ने फैसला किया है कि वह अपने डेबिट कार्ड से जुड़े कई इंश्योरेंस फायदों को खत्म करने जा रहा है। इसके अलावा, क्रेडिट कार्ड की शर्तों में भी बदलाव किया जा रहा है, जिसमें ब्याज दरें और फीस स्ट्रक्चर शामिल हैं। ये बदलाव आगे के दिनों में लागू होंगे और ग्राहकों को अपनी जरूरतों के हिसाब से नई योजना बनाने की सलाह दी जा रही है।
डेबिट कार्ड से जुड़े जो इंश्योरेंस फायदे खत्म हो रहे हैं, उनमें पर्सनल एक्सीडेंट कवर, खरीदारी की सुरक्षा, और ट्रैवल के दौरान सामान गुम होने का कवर शामिल है। ये सुविधाएं ग्राहकों के लिए एक तरह का सुरक्षा कवच थी, खासकर तब जब कोई अनहोनी हो जाती थी। उदाहरण के लिए, अगर कोई कार्डधारक रेल या सड़क हादसे में अपनी जान गंवाता था, तो उसके परिवार को 15 लाख रुपये तक का मुआवजा मिल सकता था। इसके अलावा, हवाई हादसे में 5 लाख रुपये और कार्ड खो जाने पर 6 लाख रुपये तक की सुरक्षा भी थी। लेकिन अब ये सारी सुविधाएं बंद हो जाएंगी। हालांकि, बैंक ने साफ किया है कि 20 जुलाई, 2025 से पहले दाखिल किए गए सभी क्लेम को मौजूदा नियमों के तहत ही निपटाया जाएगा।
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क्रेडिट कार्ड की बात करें तो कोटक महिंद्रा बैंक ने अपने कार्डधारक समझौते में भी बदलाव करने का फैसला किया है। 1 जून, 2025 से ज्यादातर क्रेडिट कार्ड्स पर मासिक ब्याज दर को 3.50% (42% सालाना) से बढ़ाकर 3.75% (45% सालाना) कर दिया जाएगा। हालांकि, प्रीमियम कार्ड्स जैसे कोटक व्हाइट रिजर्व और कोटक सॉलिटेयर पर मौजूदा ब्याज दरें ही लागू रहेंगी। इसके साथ ही, मिनिमम अमाउंट ड्यू (MAD) की गणना और रिवॉर्ड प्रोग्राम में भी बदलाव होंगे। फीस स्ट्रक्चर को भी नया रूप दिया जा रहा है, जिसका असर ग्राहकों की जेब पर पड़ सकता है।
डेबिट कार्ड की इंश्योरेंस सुविधाओं में एक और खास फायदा था सामान गुम होने का कवर। अगर कोई ग्राहक अपने कोटक डेबिट कार्ड से ट्रैवल टिकट खरीदता था और उसका सामान खो जाता था, तो उसे 1 लाख रुपये तक का मुआवजा मिल सकता था। इसके अलावा, खरीदारी के 60 दिनों के भीतर सामान खराब होने या गुम होने पर 1.5 लाख रुपये तक की सुरक्षा भी थी। ये सारी सुविधाएं अब खत्म हो जाएंगी, जिसके चलते ग्राहकों को दूसरी योजनाओं की तलाश करनी पड़ सकती है।
बैंकिंग सेक्टर में डेबिट कार्ड्स पर इंश्योरेंस फायदे ग्राहकों को लुभाने और उनकी वफादारी बनाए रखने का एक बड़ा जरिया रहे हैं। कोटक महिंद्रा का ये फैसला इसलिए भी चौंकाने वाला है, क्योंकि कई अन्य बैंक अभी भी ऐसी सुविधाओं को बढ़ावा दे रहे हैं। इस बदलाव से ग्राहकों की नाराजगी बढ़ सकती है और उनकी बैंक के प्रति राय बदल सकती है।
कोटक महिंद्रा ने अपने ग्राहकों को सलाह दी है कि वे बैंक की वेबसाइट पर जाकर मौजूदा नियम और शर्तों को अच्छे से पढ़ लें। साथ ही, अगर जरूरी हो तो दूसरी वैकल्पिक योजनाओं पर विचार करें।
(डिस्क्लेमर: बिज़नेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में कोटक परिवार के नियंत्रण वाली इकाइयों की बहुलांश हिस्सेदारी है।)