आपका पैसा

Home Loan ग्राहकों के लिए खुशखबरी! SBI ने घटाई EBLR और RLLR दरें; सस्ता हुआ होम लोन, कम होगी EMI

यह फैसला भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में रीपो रेट (Repo Rate) में 25 बेसिस पॉइंट (bps) की कटौती के बाद आया है।

Published by
अंशु   
Last Updated- February 16, 2025 | 1:13 PM IST

SBI Home loan rates: भारत के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने होम लोन ग्राहकों को बड़ी खुशखबरी दी है। SBI ने होम लोन पर अपनी ब्याज दर में 25 बेसिस पॉइंट (bps) की कटौती कर इसे 8.25% कर दिया है। इसके अलावा, बैंक ने एक्सटर्नल बेंचमार्क-बेस्ड लेंडिंग रेट (EBLR) और रीपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में कटौती की घोषणा की है। यह बदलाव होम लोन सहित विभिन्न ऋणों (loans) पर लागू होगा। नई दरें 15 फरवरी 2025 से ही लागू हो गई हैं। यह फैसला भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में रीपो रेट (Repo Rate) में 25 बेसिस पॉइंट (bps) की कटौती के बाद आया है। RBI ने अपनी पिछली MPC बैठक में रीपो रेट को 6.50% से घटाकर 6.25% कर दिया था। हालांकि, बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR), बेस रेट और बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) को पहले की दरों पर ही बरकरार रखा है और इनमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।

SBI ने EBLR में की 25 bps की कटौती

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एक्सटर्नल बेंचमार्क-बेस्ड लेंडिंग रेट (EBLR) में 0.25% (25 बेसिस पॉइंट) की कटौती कर इसे 8.90% कर दिया है। इसका मतलब यह है कि EBLR से जुड़े लोन (जैसे होम लोन, पर्सनल लोन और अन्य रिटेल लोन) लेने वाले ग्राहकों को कम ब्याज दर का लाभ मिल सकता है। इससे उनकी EMI कम हो सकती है या लोन चुकाने की अवधि घट सकती है।

पिछला EBLR- 9.15%
रिवाइज EBLR- 8.90%

Also read: Home Loan ग्राहकों के लिए खुशखबरी! रीपो रेट घटने के बाद कितनी घटेगी EMI? 20 साल के लिए ₹30 लाख लोन पर देखें कैलकुलेशन 

Repo Linked Lending Rate (RLLR) कितना घटा

SBI ने रीपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में भी 0.25% (25 बेसिस पॉइंट) की कटौती की है। चूंकि RLLR सीधे केंद्रीय बैंक के रीपो रेट से जुड़ा होता है, इसलिए इस दर में कमी का मतलब है कि RLLR से जुड़े लोन (जैसे होम लोन और बिजनेस लोन) लेने वाले ग्राहकों के लिए उधार लेने की लागत कम होगी।

पिछला RLLR: 8.75%
रिवाइज RLLR: 8.50%

EBLR और RLLR से जुड़े लोन पर EMI में मिलेगी राहत

इन बदलावों का मतलब है कि EBLR या RLLR से जुड़े लोन लेने वाले ग्राहकों की EMI (मासिक किस्त) घट सकती है या लोन अवधि कम हो सकती है, यह उनके लोन की शर्तों पर निर्भर करेगा।

रीपो रेट में कटौती के साथ, SBI ने EBLR और RLLR कम करके इसका फायदा ग्राहकों तक पहुंचाया है, जिससे होम लोन और भी आकर्षक हो गए हैं। हालांकि, MCLR से जुड़े लोन लेने वाले ग्राहकों को कम ब्याज दर का लाभ उठाने के लिए अपने लोन को स्विच करने की जरूरत हो सकती है।

First Published : February 16, 2025 | 1:09 PM IST