Gold ETF: सोने की कीमतों में नरमी के बीच घरेलू स्तर पर गोल्ड ईटीएफ (Gold Exchange Traded Fund) में लगातार 7वें महीने नवंबर में निवेश बढ़ा। गोल्ड ईटीएफ को लेकर भारत में निवेशकों के उत्साह का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस साल अप्रैल को छोड़कर बाकी 10 महीनों के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश यानी इनफ्लो बढ़ा है।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार देश के कुल 18 गोल्ड ETF (Gold Exchange Traded Fund) में नवंबर 2024 के दौरान 1,256.72 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश (inflow) हुआ जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 277 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल की समान अवधि के दौरान देश के कुल 13 गोल्ड ईटीएफ में महज 333.37 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था। पिछले महीने यानी अक्टूबर के मुकाबले देखें तो इसमें 36 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। अक्टूबर 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में रिकॉर्ड 1,961.57 करोड़ रुपये रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था।
इस तरह से देखें तो कैलेंडर ईयर 2024 के पहले 11 महीनों (जनवरी- नवंबर) के दौरान गोल्ड ईटीएफ में कुल 10,585.95 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ। जबकि कैलेंडर ईयर 2023 के पहले 10 महीनों के दौरान 2,831.5 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज किया गया था।
क्यों गोल्ड ईटीएफ में लोग जमकर लगा रहे पैसा?
जानकारों के अनुसार सोने की कीमतों में नवंबर के दौरान आई गिरावट ने निवेशकों को गोल्ड ईटीएफ में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) की कोई और सीरीज के आगे लॉन्च नहीं होने की संभावना और टैक्स नियमों में किए गए बदलाव के मद्देनजर लोग गोल्ड ईटीएफ में जमकर निवेश कर रहे हैं।
गोल्ड ईटीएफ में कैसा रहा है निवेश?
इसी साल अगस्त 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में 1,611.38 करोड़ रुपये रुपये का शुद्ध निवेश हुआ, जो महीने के हिसाब से देखें तो अक्टूबर के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा नेट इनफ्लो/ शुद्ध निवेश है। गोल्ड ईटीएफ में इससे पहले सबसे ज्यादा निवेश फरवरी 2020 में देखने को मिला था। गोल्ड ईटीएफ में फरवरी 2020 के दौरान 1,483.33 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज किया गया था।
अब इस साल के बाकी महीनों की बात करते हैं। जुलाई 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में 1,337.35 करोड़ रुपये रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था। इससे पहले जून 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में 726.16 करोड़ रुपये और मई 2024 के दौरान 827.43 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज किया गया था। जबकि अप्रैल 2024 में 395.69 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी देखने को मिली थी।
कैलेंडर ईयर 2023 में सिर्फ दो महीने यानी जनवरी और मार्च के दौरान गोल्ड ईटीएफ से निकासी (outflow) दर्ज की गई थी। जनवरी 2023 और मार्च 2023 के दौरान क्रमश: 199.43 करोड़ रुपये और 266.57 करोड़ रुपये निवेश घटा, जबकि अन्य 10 महीनों के दौरान निवेश बढ़ा था।
वहीं वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश 5,248.46 करोड़ रुपये बढ़ा। इससे पहले किसी भी वित्त वर्ष के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश में इतनी बढ़ोतरी नहीं देखी गई थी। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में निवेश में 652.81 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ था।
कैलेंडर ईयर 2023 के दौरान भारत में गोल्ड ईटीएफ में 2,923.81 करोड़ रुपये का नेट (शुद्ध) निवेश हुआ। जो कैलेंडर ईयर 2022 के मुकाबले 6 गुना ज्यादा है। कैलेंडर ईयर 2022 के दौरान 11 गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में कुल 458.79 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
कैलेंडर ईयर 2024 में गोल्ड ईटीएफ में निवेश/निकासी (inflow/outflow)
नवंबर: +1,256.72 करोड़ रुपये
अक्टूबर: +1,961.57 करोड़ रुपये
सितंबर: +1,232.99 करोड़ रुपये
अगस्त: +1,611.38 करोड़ रुपये
जुलाई: +1,337.35 करोड़ रुपये
जून: +726.16 करोड़ रुपये
मई: +827.43 करोड़ रुपये
अप्रैल: -395.69 करोड़ रुपये
मार्च: +373.36 करोड़ रुपये
फरवरी: +657.46 करोड़ रुपये
जनवरी : +997.22 करोड़ रुपये
(स्रोत: AMFI)
सोने की कीमतों को लेकर क्या है ट्रेंड ?
अक्टूबर में तकरीबन 5 फीसदी तेजी के बाद नवंबर के दौरान सोने की कीमतों में तकरीबन 3 फीसदी से ज्यादा की की नरमी देखने को मिली। सितंबर 2023 के बाद गोल्ड के लिए एक महीने में यह सबसे खराब प्रदर्शन है। कीमतों में गिरावट की बड़ी वजह इन्वेस्टमेंट डिमांड में आ रही कमी है। साथ ही मजबूत अमेरिकी डॉलर और बॉन्ड यील्ड ने भी कीमतों पर दबाव बनाया। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के मुताबिक लगातार छह महीने (मई-अक्टूबर) तक निवेश में बढ़ोतरी यानी इनफ्लो के बाद नवंबर में गोल्ड ईटीएफ में निवेश 2.1 बिलियन डॉलर यानी 28.6 टन घटा।
सोने ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तर पर मौजूदा कैलेंडर ईयर के पहले 11 महीनों के दौरान तकरीबन 28 फीसदी का रिटर्न दिया है।
इस साल पिछले 10 महीने में गोल्ड का प्रदर्शन
नवंबर 2024: -3%
अक्टूबर 2024: +4.6%
अक्टूबर 2024: +4.6%
सितंबर 2024: +4.6%
अगस्त 2024: +3.8%
जुलाई 2024: +4.5%
जून 2024: -0.02%
मई 2024: +2.45%
अप्रैल 2024: +2.50%
मार्च 2024: +8.69%
फरवरी 2024: +0.23%
जनवरी 2024: -1.14%
(Source: Bloomberg/WGC)
फिलहाल एमसीएक्स (MCX) पर सोने का बेंचमार्क फरवरी कॉन्ट्रैक्ट 77,500 के उपर कारोबार कर रहा है। इससे पहले 13 नवंबर को इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान सोने का बेंचमार्क दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट 73,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के निचले स्तर तक चला गया जबकि 30 अक्टूबर को यह 79,775 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया था।
Indian Bullion and Jewellers Association (IBJA) के मुताबिक स्पॉट (हाजिर) मार्केट में मंगलवार को शुरुआती कारोबार में सोना 24 कैरेट (999) पिछले दिन (सोमवार) की क्लोजिंग के मुकाबले 421 रुपये चढ़कर 77,113 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल पर देखा गया। 22 नवंबर के बाद गोल्ड का यह सबसे उच्चतम स्तर है। 13 नवंबर को कारोबार की समाप्ति पर सोना 24 कैरेट 73,739 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल पर देखा गया था। इससे पहले 30 अक्टूबर को यह 79,681 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऑल-टाइम हाई लेवल तक पहुंच गया था।
ग्लोबल मार्केट में फिलहाल सोना 2 हफ्ते के अपने ऊपरी स्तर पर है। ग्लोबल मार्केट में 10 दिसंबर मंगलवार को कारोबार के दौरान स्पॉट गोल्ड (spot gold) 2,673.85 डॉलर प्रति औंस तक ऊपर गया। फिलहाल यह 5 डॉलर यानी 0.20 फीसदी मजबूत होकर 2,665 डॉलर प्रति औंस के करीब है। इसी तरह बेंचमार्क यूएस फरवरी गोल्ड फ्यूचर्स (Gold COMEX DEC′24) भी आज कारोबार के दौरान 2,696.90 डॉलर प्रति औंस तक चढ़ा। इससे पहले 31 अक्टूबर को स्पॉट गोल्ड और यूएस गोल्ड फ्यूचर क्रमश: 2,790.15 और 2,801.80 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए थे।