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डॉक्टर को दिखाने से दवा लेने तक, हर चीज होगी कवर, जानें टॉप OPD इंश्योरेंस पॉलिसी

बहुत सारे भारतीय हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में अब ओपीडी कवरेज भी शामिल है। इससे अस्पताल में भर्ती हुए बगैर मेडिकल के खर्चों को कवर करने में मदद मिलती है।

Last Updated- August 23, 2023 | 5:34 PM IST
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कोविड-19 महामारी ने दिखाया है कि भारत के लोगों को बेहतर हेल्थ इंश्योरेंस की जरूरत है। इसके लिए एक बढ़िया विकल्प ओपीडी ऐड-ऑन कवर है। यह कवर उन मेडिकल खर्चों का पेमेंट करता है जिनके लिए अस्पताल में भर्ती नहीं होना होता है, इस तरह से लोग अपनी सेविंग का इस्तेमाल किए गए बगैर मेडिकल बिलों को झेल पाएंगे।

बहुत सारे भारतीय हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में अब ओपीडी कवरेज भी शामिल है। इससे अस्पताल में भर्ती हुए बगैर मेडिकल के खर्चों को कवर करने में मदद मिलती है। आप इसे अपने बीमा के अतिरिक्त हिस्से के रूप में ले सकते हैं।

पॉलिसीबाजार.कॉम के बिजनेस हेड – हेल्थ इंश्योरेंस सिद्धार्थ सिंघल ने कहा, “ओपीडी कवरेज पॉलिसीधारकों को मेडिकल प्रोफेशनल द्वारा रेकमंड किए गए इलाज, अस्पताल या डे केयर सुविधा के बाहर प्राप्त ट्रीटमेंट से संबंधित खर्चों के लिए क्लेम करने की अनुमति देता है। ये क्लेम क्लीनिक, अस्पतालों या इसी तरह की जगहों पर जाने के दौरान होने वाले खर्चों को कवर कर सकते हैं, इसमें मरीज को अस्पताल में भर्ती नहीं होना होता बल्कि बिना भर्ती हुए जो भी खर्च आएगा उसका वे क्लेम कर सकते हैं,”

इसके अलावा, पॉलिसीधारक ओपीडी कवरेज की मदद से अस्पताल में भर्ती होने के दौरान हुए खर्च के अलावा भी क्लेम कर सकते हैं। सिंघल का मानना है कि यह आज के समय में एक जरूरी ऐड-ऑन है जो आपको व्यापक रूप से कवर करता है। पॉलिसी कवरेज विभिन्न प्लान में अलग-अलग होती है, इसलिए चुनने से पहले हमेशा विवरण जांच लें।

ओपीडी कवरेज के लिए कुछ विकल्पों में Manipal Cigna Prime Advantage, Niva Bupa Smart Health Plus OPD rider, और Aditya Birla Activ Health Platinum Enhanced Plan शामिल हैं। पॉलिसीबाजार द्वारा एनालाइज किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि इन प्लान में ओपीडी कवरेज के लिए बीमा राशि की सीमा 5,000-50,000 रुपये हो सकती है।

HDFC Ergo ओपीडी बीमा योजना ऑफर करता है जो डॉक्टर कंसल्टेशन, डायग्नोस्टिक टेस्ट और फार्मेसी बिल सहित बाह्य रोगी खर्चों को कवर करता है। वे एक डेंटल इंश्योरेंस प्लान भी ऑफर करते हैं जो स्केलिंग, फिलिंग, रूट कैनाल ट्रीटमेंट और एक्सट्रेक्शन जैसे डेंटल ट्रीटमेंट को कवर करता है।

Bajaj Allianz Health Insurance बजाज आलियांज एक ओपीडी बीमा प्लान ऑफर करता है जो डॉक्टर कंसल्टेशन, डायग्नोस्टिक टेस्ट, फार्मेसी बिल और वेलनेस सर्विस से संबंधित खर्चों को कवर करता है। वे एक डेंटल इंश्योरेंस प्लान भी ऑफर करते हैं जो फिलिंग, रूट कैनाल ट्रीटमेंट और एक्सट्रैक्शन जैसे डेंटल ट्रीटमेंट को कवर करता है।

ICICI Lombard एक ओपीडी बीमा प्लान ऑफर करता है जो डॉक्टर कंसल्टेशन, डायग्नोस्टिक टेस्ट, फार्मेसी बिल से संबंधित खर्चों को कवर करता है। वे एक डेंटल इंश्योरेंस प्लान भी ऑफर करते हैं जो फिलिंग, रूट कैनाल ट्रीटमेंट और एक्सट्रैक्शन जैसे डेंटल ट्रीटमेंट को कवर करता है।

कुछ प्लान पॉलिसी कवरेज को अपग्रेड करने का विकल्प भी देते हैं और वर्ल्डवाइड कवरेज भी देते हैं।

पॉलिसीबाज़ार ने 35 साल के व्यक्ति के लिए सबसे बढ़िया पॉलिसियों की एक लिस्ट तैयार की है।

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OPD स्वास्थ्य कवर के अंतर्गत आने वाले सामान्य खर्चे:

डॉक्टर कंसल्टेशन: कई बार एक रेगुलर हेल्थ इंश्योरेंस प्लान डॉक्टर को दिखाने के लिए कंसल्टेशन फीस को कवर नहीं करता है। हालांकि, ओपीडी ऐड-ऑन का विकल्प चुनकर, आप यह खर्च पॉलिसी द्वारा कवर कर सकते हैं। यह ऐड-ऑन विशेष रूप से फैमिली प्लान में उपयोगी है जिसमें बच्चों के लिए कवरेज शामिल है, क्योंकि ऐसे समय में डॉक्टर के पास जाना लगा ही रहता है।

डायग्नोस्टिक टेस्ट: ओपीडी ऐड-ऑन डायग्नोस्टिक टेस्ट के खर्च को कवर करता है, कई बार डॉक्टर किसी बीमारी का पता लगाने के लिए कई सारे टेस्ट कराते हैं जिसमें बहुत खर्च होता है। ऐसे में वे सारे टेस्ट इसमें कवर होते हैं।

फार्मेसी खर्च: डॉक्टर जो दवाएं लिखता है उसमें होना वाला खर्च रेगुलर इंश्योरेंस में कवर नहीं होता बल्कि OPD कवर के साथ ये सारे खर्च कवर होते हैं।

डेंटल प्रोसिजर और अन्य सहायता: रेगुलर हेल्थ प्लान दांत निकालने, भरने और रूट कैनाल इलाज जैसे डेंटल प्रोसिजर के लिए कवरेज ऑफर नहीं करते हैं। हालांकि, ओपीडी ऐड-ऑन कवर का चयन करके, आप ऐसी प्रोसिजर के लिए किए गए खर्चों को कवर कर सकते हैं, जिसमें एक निर्धारित सीमा तक डेन्चर की लागत भी शामिल है।

इसके अलावा, कवरेज पूर्व निर्धारित अधिकतम सीमा के साथ हियरिंग यंत्र, चश्मे और कॉन्टैक्ट लेंस तक कवर करता है।

ओपीडी लिमिट आम तौर पर पॉलिसी शब्दों में परिभाषित की जाती है और आमतौर पर बीमा राशि का एक हिस्सा होती है। ओपीडी के तहत फाइल कोई भी क्लेम या रिंबर्समेंट कुल बीमा राशि से काट लिया जाता है।

First Published - August 23, 2023 | 5:34 PM IST

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