रिच डैड पुअर डैड जैसी मशहूर किताब के लेखक और वित्तीय सलाहकार रॉबर्ट कियोसाकी | फाइल फोटो
मशहूर किताब ‘रिच डैड पुअर डैड’ के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी ने कहा है कि अगर बिटकॉइन की कीमत अगस्त के कथित ‘शाप’ के चलते 90,000 डॉलर से नीचे जाती है, तो वह अपनी बिटकॉइन होल्डिंग्स को दोगुना कर देंगे। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कियोसाकी ने लिखा, “क्या ‘अगस्त शाप’ बिटकॉइन की कीमत को 90,000 डॉलर से नीचे लाएगा? मुझे उम्मीद है ऐसा हो।”
उन्होंने कहा कि अगर बिटकॉइन की कीमत गिरती है, तो वह अपनी मौजूदा होल्डिंग्स को दोगुना करने के लिए तैयार हैं। कियोसाकी का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब क्रिप्टो मार्केट में अनिश्चितता का माहौल है।
कियोसाकी ने बिटकॉइन की कीमत में संभावित गिरावट का जिम्मेदार क्रिप्टोकरेंसी को नहीं, बल्कि बड़े आर्थिक मुद्दों को ठहराया। उन्होंने कहा, “समस्या बिटकॉइन में नहीं है। असली दिक्कत है हमारा कई ट्रिलियन डॉलर का कर्ज और फेडरल रिजर्व व ट्रेजरी को चलाने वाले अक्षम लोग।” उनका मानना है कि अगर अगस्त में बिटकॉइन की कीमत गिरती है, तो यह लंबे समय तक निवेश करने वालों के लिए फायदेमंद होगा।
उन्होंने आगे कहा, “यह अगस्त का शाप बिटकॉइन निवेशकों को और अमीर बनाएगा।”
कियोसाकी ने हाल ही में ‘द कलेक्टिव’ और ‘लिमिटलेस फाइनेंशियल एजुकेशन इवेंट’ जैसे वित्तीय सम्मेलनों में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने लैरी लेपर्ड, जिम रिकार्ड्स और ब्रेंट जॉनसन जैसे एक्सपर्ट्स की बातें सुनीं। उन्होंने इन वक्ताओं को ‘असली शिक्षक’ बताया, जो ‘जो सिखाते हैं, उसे खुद भी अमल में लाते हैं।’ कियोसाकी ने दावा कि ये स्कूलों के उन शिक्षकों की तरह, जिन्हें ‘पता ही नहीं कि वे क्या पढ़ा रहे हैं।’
एइनवेस्ट की एक शोध के मुताबिक, बिटकॉइन का हाल ही में 112,000 डॉलर के सपोर्ट लेवल से नीचे जाना क्रिप्टो मार्केट में ‘महत्वपूर्ण मोड़’ दर्शाता है। मैट्रिक्सपोर्ट ने भी इसकी पुष्टि की और कहा कि यह ‘बढ़ते नकारात्मक माहौल और निवेशकों की सतर्कता’ को दिखाता है। इससे ऑटोमेटेड बिकवाली शुरू हो सकती है, क्योंकि निवेशक अपने जोखिम का दोबारा आकलन कर रहे हैं।
अगस्त का महीना ऐतिहासिक रूप से क्रिप्टो के लिए अस्थिर रहा है, क्योंकि इस दौरान ट्रेडिंग वॉल्यूम कम रहता है और मैक्रोइकनॉमिक घटनाओं का असर ज्यादा होता है। इस साल अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के टैरिफ बयानों और अमेरिकी लेबर मार्केट में कमजोरी के संकेतों ने जोखिम भरी संपत्तियों पर दबाव बढ़ाया है। इससे निवेशक गोल्ड और सरकारी बॉन्ड जैसे सुरक्षित निवेश की ओर रुख कर रहे हैं। एइनवेस्ट के अनुसार, संस्थागत निवेशकों की भागीदारी भी कम हुई है, क्योंकि जोखिम प्रबंधन के नियम सख्त हो गए हैं। फिर भी, कियोसाकी का लंबे समय का भरोसा बरकरार है और वह कीमत गिरने पर और बिटकॉइन खरीदने को तैयार हैं।