पर्यटन सेवा कंपनी यात्रा ऑनलाइन के 775 करोड़ रुपये के IPO को महज 1.61 गुना बोली मिली। IPO की खुदरा व संस्थागत निवेशकों की श्रेणी में 2.1-2.1 गुना आवेदन मिले जबकि एचएनआई श्रेणी में उसे महज 42 फीसदी बोली मिली। यात्रा के IPO में 775 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हो रहे हैं जबकि 173 करोड़ रुपये का OFS है।
कंपनी इस रकम का इस्तेमाल रणनीतिक निवेश, अधिग्रहण आदि पर करने की योजना बना रही है। कंपनी का इरादा ग्राहक जोड़ने व बनाए रखने और बढ़त की खातिर अन्य पहल पर भी निवेश करने का है।
इसका कीमत दायरा 135 से 142 रुपये प्रति शेयर है। कीमत दायरे के ऊपरी स्तर पर यात्रा ऑनलाइन का मूल्यांकन 2,228 करोड़ रुपये होगा। मार्च 2023 में समाप्त वित्त वर्ष में कंपनी ने 7.6 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ और 380 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया था।
अपडेटर का IPO 25 को खुलेगा
एकीकृत सुविधा प्रबंधन कंपनी अपडेटर सर्विसेज लिमिटेड का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) 25 सितंबर को खुलेगा। IPO दस्तावेज (RHP) के अनुसार, IPO 27 सितंबर को बंद होगा। एंकर निवेशकों के लिए बोलियां 22 सितंबर को खुलेगी। IPO में 400 करोड़ रुपये तक के नए इक्विटी शेयरों की पेशकश की जाएगी।
इसमें एक प्रवर्तक और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 80 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है। निर्गम से मिली आय का इस्तेमाल कर्ज चुकाने, कार्यशील पूंजी संबंधी जरूरतों, विस्तार और सामान्य कंपनी कामकाज पर किया जाएगा।
गोल्डमैन सैक्स ने सेबी संग मामले का निपटान किया
गोल्डमैन सैक्स (सिंगापुर) पीटीई ने पूंजी बाजार नियामक सेबी को 26.44 लाख रुपये का भुगतान कर मासिक ओडीआई की जानकारी देने में गड़बड़ी से संबंधित मामले का निपटारा कर लिया है।
भारतीय पूंजी बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) के रूप में पंजीकृत गोल्डमैन सैक्स ने ‘विदेशी डेरिवेटिव समाधानों’ (ओडीआई) की मासिक सूचना में गड़बड़ी से संबंधित मामले में सेबी के समक्ष निपटान का प्रस्ताव रखा था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
सेबी ने सोमवार को जारी अपने आदेश में कहा कि इस मामले में संबंधित फर्म के खिलाफ शुरू की जा सकने वाली कार्रवाई का इस आवेदन के साथ निपटान कर दिया गया है। इसके तहत गोल्डमैन सैक्स को 26.44 लाख रुपये का भुगतान करना होगा। सेबी ने अपने आदेश में कहा कि आवेदक की तरफ से मार्च, 2022 के महीने के लिए ओडीआई संबंधित सूचनाओं में कुछ विसंगतियां पाई गई थीं।
यह सेबी के एफपीआई प्रावधानों का उल्लंघन है, लिहाजा कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई थी। हालांकि, गोल्डमैन ने इस आरोप को ‘न तो खारिज और न ही स्वीकार’ करते हुए सेबी के नियमों के अनुरूप इसके निपटारा करने का रास्ता चुना।