रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) का शेयर जुलाई 2024 में अपने रिकॉर्ड स्तर ₹1,616.60 पर था, लेकिन तब से यह करीब 22% गिरकर अब ₹1,285 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है। इस गिरावट के बीच कंपनी ने 1:1 बोनस शेयर जारी किया है, जिससे शेयर अब एक्स-बोनस पर कारोबार कर रहा है।
पिछले एक दशक के दौरान, (अक्टूबर 2015 से, जब से स्टॉक ने 100 महीने का मूविंग एवरेज पार किया), कोविड-19 महामारी के दौरान 50% से अधिक गिरावट को छोड़कर, RIL के शेयर ने औसतन अपने हाई से 21% तक की गिरावट देखी है।
तकनीकी चार्ट के अनुसार, दिसंबर 2022 के हाई ₹1,258 से मार्च 2023 में ₹995 तक लगभग 21% की गिरावट आई थी। इसी तरह, अप्रैल 2022 के हाई ₹1,300 से जुलाई 2022 में ₹1,076 तक यह 20% गिरा था। इससे पहले, सितंबर 2020 से जनवरी 2021 के बीच, शेयर में करीब 23% की गिरावट दर्ज की गई थी।
भारतीय शेयर बाजार में सुस्ती और RIL के बैकग्राउंड को देखते हुए, क्या यह शेयर खरीदने का सही समय है या और गिरावट की आशंका है?
आइए टेक्निकल चार्ट के हिसाब से समझते हैं:
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL)
मौजूदा कीमत: ₹1,285
नीचे जाने का रिस्क: 9%
ऊपर जाने की संभावना: 9.7%
सपोर्ट लेवल: ₹1,200; ₹1,187; ₹1,170
रजिस्टेंस लेवल: ₹1,295; ₹1,330; ₹1,352; ₹1,387
डेली चार्ट पर, RIL का स्टॉक अपने मुख्य मूविंग एवरेज से नीचे ट्रेड कर रहा है, जो एक निगेटिव संकेत है। 20-दिवसीय मूविंग एवरेज ₹1,330 पर है। साप्ताहिक चार्ट पर भी, RIL अपने 100-सप्ताह के मूविंग एवरेज (₹1,295) से नीचे लगातार दूसरे हफ्ते ट्रेड कर रहा है। इसलिए, ₹1,295 – ₹1,330 का ज़ोन निकट भविष्य में RIL के लिए रजिस्टेंस जोन साबित हो सकता है।
नीचे की ओर, स्टॉक में 100-सप्ताह के मूविंग एवरेज ₹1,187 पर टेस्ट करने की संभावना है। यह 100-सप्ताह का मूविंग एवरेज मासिक चार्ट पर सुपर ट्रेंड लाइन सपोर्ट के साथ-साथ 50-महीने के मूविंग एवरेज ₹1,200 और ₹1,170 के करीब है। इससे संकेत मिलता है कि ₹1,170 – ₹1,200 के ज़ोन में मजबूत सपोर्ट मिल सकता है, और मौजूदा स्तर से 9% तक गिरावट का जोखिम है।
अच्छी बात यह है कि अगर RIL इस रजिस्टेंस ज़ोन को पार कर लेता है, तो यह ₹1,410 तक जा सकता है, जिसमें बीच में ₹1,352 और ₹1,387 पर रुकावटें (interim resistance) आ सकती हैं।