सोमवार को निफ्टी ने सारे ही सपोर्ट स्तर तोड़ दिए लेकिन आखिरी के घंटे में आए सुधार से ये 4000 अंकों से ऊपर यानी कुल 155 अंकों की गिरावट लेकर 4073 अंक के स्तर पर बंद होने में कामयाब रहा।
निफ्टी सितंबर वायदा स्पॉट की तुलना में 20 अंकों के प्रीमियम पर बंद हुआ जबकि इंट्राडे में यह 25-30 अंकों के डिस्काउंट पर कारोबार कर रहा था। सितंबर वायदा में 4000 के स्तर से ऊपर शार्ट कवरिंग देखी गई और 20 फीसदी वॉल्यूम आखिरी के घंटे में ही बना।
सूचकांक ने 3960-4000 के स्तर पर अच्छा सपोर्ट दिखाया है और किसी भी गिरावट पर अब इसे अच्छा सपोर्ट मिलने की उम्मीद है। टेक्निकली संकेतों के मुताबिक बाजार ओवरसोल्ड जोन में है यानी जरूरत से ज्यादा बिकवाली हो चुकी है लिहाजा निकट भविष्य में 4150-4200 के स्तर तक का बाउंसबैक देखा जा सकता है।
हालांकि जब तक निफ्टी 4200 से नीचे रहता है शार्ट टर्म और मीडियम टर्म का आउटलुक कमजोर ही रहेगा। एंजिल ब्रोकिंग के डेरिवेटिव और इक्विटी एनालिस्ट सिध्दार्थ भामरे के मुताबिक निफ्टी में नीचे में जोखिम 100-150 अंक तक ही है लेकिन मौजूदा स्तर से 200-300 अंक का अपसाइड देखा जा सकता है।
3800-3900 के पुट सौदों में उतार चढ़ाव के आसार 55-56 फीसदी तक हैं जो पिछले हफ्ते 33 फीसदी थी। लिहाजा 3800-3900 के भाव पर पुट की खरीदारी का औचित्य नहीं बनता है जबकि नीचे में 100-150 अंकों का ही जोखिम हो।
ऑप्शन कारोबारी 3600-4000 के बीच पुट की बिकवाली करते देखे गए जबकि इन स्तरों पर ओपन इंटरेस्ट 41 फीसदी तक बढ़ा है। 3900 और 4000 के पुट में ज्यादा गतिविधि थी और 4000 पर ओपन इंटरेस्ट 6.7 लाख शेयरों से बढ़ा जबकि 3900 के भाव पर ओपन इंटरेस्ट 8.1 लाख शेयरों से बढ़ा। बाजार के एनालिस्टों को उम्मीद है कि इन स्तरों पर तगड़ा सपोर्ट मिल सकता है।