facebookmetapixel
₹30 में 4 किमी सफर? दिल्ली में लॉन्च होने जा रही है भारत टैक्सी, ओला-उबर की बढ़ी टेंशन!ट्रंप ने किया ‘वॉरियर डिविडेंड’ का ऐलान, 14.5 लाख सैन्य कर्मियों को एकमुश्त मिलेंगे 1,776 डॉलरKSH International IPO: अब तक 28% भरा इश्यू, सब्सक्राइब करना चाहिए या नहीं; ग्रे मार्केट ये दे रहा इशारा77% तक रिटर्न देने को तैयार ये Realty Stock! ब्रोकरेज ने कहा- नए शहरों में विस्तार से तेजी की उम्मीदCAFE-3 मानकों पर विवाद अब PMO तक पहुंचा, JSW MG और Tata Motors ने उठाया मुद्दाPaytm पर खतरे की घंटी! Infosys और Britannia पर दांव लगाने की सलाह, चेक करें टारगेट्स, स्टॉप-लॉसStocks to Watch today: HCLTech से लेकर Tata Motors और Paytm तक, गुरुवार को इन 10 स्टॉक्स पर रखें नजरचुनाव से पहले बिहार की तिजोरी पर भारी बोझ, घाटा तीन गुना बढ़ाStock Market Update: शेयर बाजार की कमजोर शुरुआत, सेंसेक्स 145 अंक टूटा; निफ्टी 25800 के नीचे फिसलाक्या देरी से बिगड़ रही है दिवाला समाधान प्रक्रिया?

​वित्त वर्ष 23 में बाजार में उतारचढ़ाव के बावजूद खुले 2.5 करोड़ नए डीमैट खाते

Last Updated- April 07, 2023 | 10:06 PM IST
Demat Account

वित्त वर्ष 23 में 20 लाख मासिक के औसत से करीब 2.5 करोड़ डीमैट खाते खुले। बाजार में सुस्त रिटर्न और उतारचढ़ाव जारी रहने के बावजूद ऐसा हुआ।

दो डिपॉजिटरी सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (सीडीएसएल) और नैशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी (एनएसडीएल) के पास डीमैट खातों की संख्या में पिछले 12 महीने में 27 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और कुल डीमैट खाते 8.97 करोड़ से बढ़कर 11.44 करोड़ हो गए। वित्त वर्ष 23 में बेंचमार्क निफ्टी 0.6 फीसदी टूटा जबकि मिडकैप में 1.2 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी हुई और स्मॉलकैप सूचकांक 13.8 फीसदी टूट गए।

वैश्विक केंद्रीय बैंकों की तरफ से ब्याज दरों में हुई लगातार बढ़ोतरी, रूस-यूक्रेन युद्ध‍, उच्च महंगाई और विकसित दुनिया में बैंकिंग संकट ने पिछले वित्त वर्ष में उतारचढ़ाव में इजाफा किया।

यहां तक कि आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (IPO) की संख्या भी वित्त वर्ष 23 में घटी, जिसे निवेशकों के आकर्षण का केंद्र माना जाता है।

वित्त वर्ष 22 में 53 कंपनियों ने आईपीओ के जरिये 1.11 लाख करोड़ रुपये जुटाए थे जबकि वित्त वर्ष 23 में 37 कंपनियों ने आईपीओ के जरिये 52,115 करोड़ रुपये जुटाए। बाजार के विशेषज्ञों ने कहा कि नए ग्राहकों के लिए उतारचढ़ाव बहुत बड़ा अवरोध नहीं रहा। विशेषज्ञों के मुताबिक, उतारचढ़ाव उन ग्राहकों को प्रभावित करता है, जो बाजार में होते हैं, न कि नए ग्राहकों पर यह असर डालता है। सेंटिमेंट हालांकि नए ग्राहकों पर ज्यादा असर डालता है।

चूड़ीवाला सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक आलोक चूड़ीवाला ने कहा, हमारे यहां युवा आबादी है जो निवेश के गंतव्य की तलाश करता है। और उतारचढ़ाव में गिरावट के कारण शेयर कीमतों में होने वाली कमी उन्हें सस्ती दरों पर शेयर खरीदने का मौका देता है।

इसके अतिरिक्त देश में कई ऐसे इलाके हैं जहां के लोग म्युचुअल फंडों के जरिये आते हैं और वह वर्ग बेहतर जागरूकता के बीच सीधे निवेश का इच्छुक होगा।

5पैसा कैपिटल के सीईओ प्रकाश गगडानी ने कहा, काफी युवा हर साल वर्कफोर्स से जुड़ते हैं। जो नए सिरे से शुरुआत करते हैं उनके लिए यह साफ सुथरा होता है। हम हर महीने 15 से 20 लाख डीमैट खाते खोल रहे हैं।

हालांकि वित्त वर्ष 22 के मुकाबले बढ़त सुस्त है क्योंकि तब डीमैट खातों की संख्या 63 फीसदी बढ़ी थी। डीमैट खातों में काफी बढ़ोतरी से शायद ब्रोकरों के चेहरे नहीं खिल सकते हैं क्योंकि सक्रिय क्लाइंटों व खुदरा भागीदारों की संख्या घट रही है। एनएसई में सक्रिय क्लाइट फरवरी तक आठ महीने रहते हैं। इसके अतिरिक्त पिछले साल जुड़े नए डीमैट खाते मौजूदा निवेशकों के हो सकते हैं, जिन्होंने दूसरा खाता खुलवाने की इच्छा जताया हो।

सैमको सिक्योरिटीज के सीईओ जिमित मोदी ने कहा, आधे डीमैट खाते दूसरे डीमैट हो सकते हैं। कभी-कभी निवेशक बैकअप रखते हैं। साथ ही आयकर के कारण लोग निवेश एक खाते में रखते हैं जबकि ट्रेडिंग दूसरे खाते से करते हैं।

बाजार के विशेषज्ञों ने कहा कि आने वाले समय में नए डीमैट खाते की रफ्तार बाजार की चाल पर निर्भर करेगी। गगडानी ने कहा, जून के बाद अगर ब्याज दरों पर विराम रहा और महंगाई नरम हुई तो हम और निवेशकों को बाजार से जुड़ता हुआ देखेंगे।

मोदी ने कहा कि नए निवेशकों की संख्या तभी बढ़ेगी जब बाजार में व्यापक तेजी देखने को मिले। उन्होंने कहा, खुदरा ट्रेडिंग की गतिविधियों का संबंध मिड व स्मॉलकैप इंडेक्स से होता है। अगर वित्त वर्ष 24 में मिड व स्मॉलकैप शेयर में तेजी रहती है तो हम डीमैट खाते और सक्रिय क्लाइंटों की संख्या में बढ़ोतरी देखेंगे।

First Published - April 7, 2023 | 10:06 PM IST

संबंधित पोस्ट