रूस और यूक्रेन के बीच तनाव कम होने की खबरों के बीच बेंचमार्क सूचकांकों ने आज जबरदस्त वापसी करते हुए कल की गिरावट की भरपाई कर ली। यूक्रेन की सीमा पर पिछले कुछ दिनों से रूस की सेना की घेराबंदी से युद्घ का खतरा मंडरा रहा था, जिससे दुनिया भर के शेयर बाजार कल चित हो गए थे। मगर आज दोनों के तेवर नरम पडऩे से शेयर बाजार ने राहत की सांस ली।
बेंचमार्क सेंसेक्स 1,736 अंक या 3.08 फीसदी चढ़कर 58,142 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 512 अंक की तेजी के साथ 17,355 पर बंद हुआ। 1 फरवरी, 2021 के बाद सूचकांकों में एक दिन में आई यह सबसे बड़ी उछाल है। बाजार की अच्छी वापसी के बावजूद विदेशी निवेशकों ने 2,229 करोड़ रुपये की बिकवाली की जबकि घरेलू निवेशकों ने 4,412 करोड़ रुपये की लिवाली की।
खबरों के मुताबिक रूस की पश्चिमी और दक्षिणी जिलों की सेना अपना अभ्यास पूरा करने के बाद स्थायी ठिकाने पर लौट जाएगी। पिछले कुछ हफ्तों से रूस ने यूक्रेन की सीमा पर करीब 1 लाख सैनिकों को तैनात कर दिया था और करीब 30,000 अतिरिक्त जवान पड़ोसी देश बेलारूस में चल रहे सैन्य अभ्यास में हिस्सा ले रहे थे।
अवेंडस कैपिटल अल्टरनेट स्ट्रैटजीज के मुख्य कार्याधिकारी एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, ‘भू-राजनीतिक तनाव बढऩे की वजह से सोमवार को गिरावट आई थी लेकिन आज कुछ सैनिकों के लौटने की खबर से बाजार ने अच्छी वापसी की। हालांकि इस तेजी में शॉर्ट कवरिंग का भी कुछ योगदान हो सकता है। अब बाजार को प्रभावित करने वाली एक ही चीज बची है और वह है ब्याज दर। वैसे रू स और यूक्रेन का तनाव भी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। बाजार में उतार-चढ़ाव की संभावना अभी बनी हुई है।’
भू-राजनीतिक तनाव कम होने से कच्चे तेल के दाम में भी नरमी आई है। ब्रेंट क्रूड 94.4 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। सोमवार को यह 97.6 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था, जो अक्टूबर 2014 के बाद का उच्चतम स्तर था।
जर्मनी के चांसलर ओल्फ शोल्ज ने संकट का कूटनीतिक समाधान तलाशने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से मुलाकात की थी। इससे पहले अमेरिका के अधिकारियों ने आगाह किया था कि रूस यूक्रेन पर हमला कर सकता है। हालांकि रूस अपनी ओर से ऐसी कार्रवाई की आशंका से लगातार इनकार कर रहा था। उच्च मुद्रास्फीति और केंद्रीय बैंकों द्वारा नरम मौद्रिक नीति वापस लिए जाने की आशंका के बीच यूक्रेन संकट शेयर बाजार की चिंता बढ़ा रहा था।
अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक यूआर भट्ट ने कहा, ‘बाजार इस पर भरोसा कर रहा है कि सब कुछ ठीक हो गया है। इसीलिए आज बाजार में बड़ी तेजी आई है। हालांकि आगे उतार-चढ़ाव बना रहेगा। इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता कि यूक्रेन संकट कितना गहराएगा। पश्चिमी देशों को कुछ नरमी दिखानी होगी। ऐसा नहीं होने पर रूस शायद अपनी सेना को यूक्रेन की सीमा से वापस नहीं बुलाएगा।’ घरेलू मोर्चे पर कोई महत्त्वपूर्ण घटनाक्रम नहीं होने से रूस और यूक्रेन के तनाव से संबंधित खबरें वैश्विक बाजार पर असर डालेंगी। सेंसेक्स के सभी शेयर आज बढ़त पर बंद हुए। बजाज फाइनैंस सबसे ज्यादा 5.1 फीसदी लाभ में रहा। भारतीय स्टेट बैंक में 4.5 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। बैंकिंग शेयरों में 3.5 फीसदी और वाहन कंपनियों के शेयरों में 3.8 फीसदी की तेजी देखी गई।
