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Stock Market: बाजार में तेजी जारी, नई ऊंचाई पर पहुंचे शेयर बाजार

Sensex 205 अंक चढ़कर 66,795 पर ज​बकि Nifty 38 अंकों की बढ़त के साथ 19,749 पर बंद हुआ

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सुन्दर सेतुरामन   
Last Updated- July 18, 2023 | 9:22 PM IST

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के मजबूत निवेश, इंडेक्स की दिग्गज इन्फोसिस व रिलायंस इंडस्ट्रीज में तेजी और विकसित दुनिया में मंदी को लेकर चिंता कम होने से देसी इक्विटी को नई ऊंचाई पर पहुंचने में मदद मिली। सेंसेक्स 205 अंक चढ़कर 66,795 पर बंद हुआ। निफ्टी ने 38 अंकों की बढ़त के साथ 19,749 पर कारोबार की समाप्ति की। यह 11वां कारोबारी सत्र है जब निफ्टी पिछले साल के रिकॉर्ड बंद स्तर को पार करते हुए नई ऊंचाई पर पहुंचा।

एफपीआई लगातार देसी इक्विटी के बड़े लिवाल बने हुए हैं। एक्सचेंजों के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार को उन्होंने 2,116 करोड़ रुपये की शुद्ध‍ खरीदारी की। इस महीने अब तक उन्होंने 34,444 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं और इस तरह से मार्च के बाद उनकी खरीदारी का आंकड़ा 1.5 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

पिछले कुछ कारोबारी सत्र की तरह इंडेक्स की दो दिग्गजों ने बढ़त में ज्यादा योगदान किया और ये हैं इन्फोसिस व रिलायंस इंडस्ट्रीज। इन्फोसिस 3.7 फीसदी चढ़ा और सेंसेक्स के शेयरों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करे वाला शेयर रहा। आईटी दिग्गज ने सेंसेक्स की बढ़त में सबसे ज्यादा 165 अंकों का योगदान किया जबकि रिलायंस का योगदान 78 अंकों का रहा। तकनीकी क्षेत्र को लेकर निवेशकों की दिलचस्पी में काफी सुधार हुआ है।

स्वतंत्र बाजार विश्लेषक अंबरीश बालिगा ने कहा, आईटी कंपनियों से बाजार की उम्मीद पर इस साल चोट पड़ी थी। जब उम्मीद कम होती है तो निराशा की संभावना कम होती है। कुल मिलाकर आईटी को छोड़कर करीब-करीब सभी क्षेत्रों में बढ़त हुई थी। ऐसे में लोग उन शेयरों की ओर नजर डाल रहे हैं जहां वैल्यू नजर आ रही है।

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आरआईएल में खरीदारी जारी रही क्योंकि ब्रोकरेज फर्मों ने निवेशकों को वित्तीय सेवा इकाई के डीमर्जर के लिए रिकॉर्ड तारीख 20 जुलाई से पहले यह शेयर खरीदने की सलाह दी है।

मौद्रिक नीति को लेकर बयान और सरकारी अधिकारी की तरफ से महंगाई में नरमी व मंदी की चिंता पर बयान से सेंटिमेंट और मजबूत हुआ। सोमवार को अमेरिकी ट्रेजरी सचिव जेनेट येलन ने कहा कि अमेरिका महंगाई​ को नीचे लाने में प्रगति कर रहा है और उन्हें अमेरिकी अर्थव्यवस्था के मंदी में जाने की संभावना नहीं दिखती।

इस बीच, यूरोपियन सेंट्रल बैंक गवर्निंग काउंसिल के सदस्य के. नॉट ने कहा कि अगले हफ्ते की बैठक के बाद मौद्रिक सख्ती एक संभावना है, न कि निश्चितता। बाजार के विशेषज्ञों ने नॉट की टिप्पणी की व्याख्या एक संकेत के रूप में की है कि ईसीसी अधिकारी दर बढ़ोतरी पर विराम लगा सकते हैं।

इस साल के निचले स्तर से बेंचमार्क सूचकांकों में करीब 16 फीसदी की उछाल आई है। विश्लेषकों को उम्मीद है कि बढ़ते मूल्यांकन के बीच बाजार में नरमी आ सकती है। साथही चीन की अस्थिर आर्थिक रिकवरी ने वैश्विक वृद्धि के परिदृश्य पर ग्रहण लगाया है।

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चीन की जीडीपी में अप्रैल-जून तिमाही में पिछली तिमाही के मुकाबले महज 0.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। जीडीपी हालांकि सालाना आधार पर 6.3 फीसदी बढ़ी है, लेकिन वृद्धि उम्मीद से कम रही।

नए रिकॉर्ड को छूने के बाद निफ्टी एक साल आगे की आय के करीब 20 गुने पीई गुणक पर कारोबार कर रहा है। अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक यू आर भट्ट ने कहा, गिरावट के लिए बाजार किसी कारण का इंतजार कर रहा है। एक या दो दिन एफपीआई निवेश का सुस्त रुख बाजार में कुछ गिरावट ला सकता है।

इंडिया वीआईएक्स इंडेक्स 3.5 फीसदी चढ़कर 11.7 पर पहुंच गया। विश्लेषकों ने कहा कि उतारचढ़ाव की माप करने वाले इस इंडेक्स की पिछले दो दिन की चाल से संकेत मिलता है कि बाजार बहुत ज्यादा गरम है। बाजार में चढ़ने व गिरने वाले शेयरों का अनुपात कमजोर रहा और बीएसई पर 2,054 शेयर टूटे जबकि 1,380 में बढ़ोतरी दर्ज हुई।

First Published : July 18, 2023 | 9:22 PM IST