निवेशकों की नए जमाने की कंपनियों के शेयरों में दिलचस्पी बढ़ रही है। विश्लेषक जोमैटो, पेटीएम और एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स के स्वामित्व वाली नायिका को पसंद कर रहे हैं, क्योंकि इन कंपनियों ने लगातार मुनाफा वृद्धि पर ध्यान दिया है।
जोमैटो का शेयर मंगलवार को बीएसई पर 126 रुपये के 52 सप्ताह के नए ऊंचे स्तर पर पहुंच गया और इसमें एक सप्ताह में 15.4 प्रतिशत की तेजी आई है।
नायिका और पीबी फिनटेक के शेयर भी एक सप्ताह में 7 प्रतिशत और 21.7 प्रतिशत चढ़े हैं, जबकि बीएसई के सेंसेक्स में इस अवधि में 1.6 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। पेटीएम इस दौरान अकेला ऐसा शेयर रहा जो गिरावट में रहा।
एक सप्ताह में पेटीएम 4.3 प्रतिशत कमजोर हुआ है। विश्लेषकों का मानना है कि ये शेयर लंबी अवधि के नजरिये से अच्छे निवेश दांव हो सकते हैं और गिरावट पर इन्हें खरीदा जा सकता है।
स्वतंत्र बाजार विश्लेषक अंबरीष बालिगा ने कहा, ‘पिछले 12-18 महीनों में बड़े उतार-चढ़ाव के बाद नए जमाने के शेयरों के प्रति धारणा सुधरी है। इनमें से कई कंपनियां मुनाफे पर जोर दे रही हैं, जो उनके तिमाही नतीजों से स्पष्ट दिखता है।’
उदाहरण के लिए वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स का शुद्ध लाभ एक साल पहले के मुकाबले 50 प्रतिशत बढ़कर 7.8 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 8 प्रतिशत बढ़ा था।
वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में इसमें सालाना आधार पर 72 प्रतिशत की गिरावट आई और वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 68 प्रतिशत की कमी आई थी।
फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो ने भी दूसरी तिमाही में दमदार नतीजे पेश किए हैं। सितंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़कर 36 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो पहली तिमाही में महज 2 करोड़ रुपये था और वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में उसे 187.6 करोड़ रुपये के नुकसान का सामना करना पड़ा था।
दूसरी तरफ पेटीएम भी अपना नुकसान घटाने में कामयाब रही है। सितंबर तिमाही में इस फिनटेक कंपनी का शुद्ध नुकसान घटकर 292 करोड़ रुपये रह गया जो वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में 571 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में 358 करोड़ रुपये था। जेफरीज ने पेटीएम के शेयर को ‘खरीदें’ रेटिंग दी है और 1,300 रुपये का कीमत लक्ष्य तय किया है, जो मौजूदा स्तरों से करीब 48 प्रतिशत तेजी का संकेत है।
विश्लेषकों का मानना है कि मजबूत मुनाफा मार्जिन नए जमाने की कंपनियों के शेयरों के लिए सकारात्मक साबित हो रहा है। पिछले साल के दौरान ब्याज दरों में वृद्धि से इन कंपनियों के महंगे हो चुके मूल्यांकन को कम करने में मदद मिली है। विश्लेषकों ने निवेशकों को गिरावट पर खास चयन के आधार पर इन शेयरों को खरीदने का सुझाव दिया है।