शेयर बाजारों में शुक्रवार को निचले स्तर पर खरीदारी का बड़ा जोर रहा। विदेशी संस्थागत निवेशकों और हाई नेटवर्थ निवेशकों ने जमकर खरीदारी की।
इस वजह से बीएसई के सेंसेक्स और एस ऐंडपी सीएनएक्स के निफ्टी में एकदम उछाल आ गया। बीएसई में धातु, पूंजीगत सामान, आईटी रियल एस्टेट और ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियों के शेयर सूचकांकों में बढत रही। मझोले और छोटे शेयरों के सूचकांक 4 फीसदी ऊपर बंद हुए। एशियाई और यूरोपीय बाजारों में मजबूती के फलस्वरुप भारतीय बाजारों को गति मिली।
मुद्रास्फीति के 12 माह के उच्चतम स्तर 6.68 प्रतिशत पर आ जाने और अमेरिकी बाजार के नीचे रहने के बावजूद भारतीय शेयर बाजारों में तेजी रही।कारोबार की समाप्ति पर सेंसेक्स 2.22 प्रतिशत यानी 355 अंक की बढत के साथ 16371.29 अंक पर बंद हुआ। एक समय सेंसेक्स 16000 अंक से नीचे लुढ़क गया था। निफ्टी 112 अंक ऊपर 4942 अंक पर टिका। निफ्टी भी 4800 अंक से नीचे आकर संभला।
इस सप्ताह सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 9-9 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त रही। अक्तूबर 2007 के बाद से एक सप्ताह में यह सबसे ज्यादा बढ़त है।सेंसेक्स में शामिल स्टॉकों में से सबसे ज्यादा चढ़ने वालों में टाटा स्टील का शेयर 9.46 प्रतिशत और लार्सन ऐंड टुब्रो का शेयर 6.19 प्रतिशत ऊपर बंद हुआ। इन्फोसिस टेक्नोलॉजिज के शेयर में 5.94 प्रतिशत, विप्रो के शेयर में 5.56 प्रतिशत और बीएचईएल के शेयर में 5.37 प्रतिशत की बढ़त रही।
सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में एचडीएफसी बैंक 2.36 प्रतिशत, एचडीएफसी 1.81 प्रतिशत, ओएनजीसी 1.65 प्रतिशत और टाटा मोटर्स 1.41 प्रतिशत नीचे गिरा।बीएसई के एक ब्रोकर शैलेश मटानी का कहना है कि अगले पखवाड़े में शेयर बाजारों में और तेजी आने की संभावना है।उनका कहना है कि 1500 से 2000 अंक की तेजी से इनकार नहीं किया जा सकता।
बाजार के जानकारों का कहना है कि सिंगापुर स्थित विदेशी संस्थागत निवेशक पिछले सप्प्ताह से भारी खरीदारी करने में जुटे रहे। उन्होंने खासकर छोटी और मझोली कंपनियों के स्टॉक में जमकर खरीदारी की। पिछले 3 दिन में एफआईआई 1900 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों शुद्ध लिवाल रहे। बीएसई और एनएसई की ओर से नए आंकडे आ जाने के बाद इस संख्या के और बढ़ने की उम्मीद है। वे एशिया के उभरते बाजारों में सक्रिय खरीदार रहे। इस सप्प्ताह उनकी ओर से भारत, ताइवान, थाईलैंड और वियतनाम में निवेश की प्रवाह सकारात्मक रहा।
स्मॉल और मिडकैप स्टॉकों में तेज उछाल दिन के कारोबार की खासियत रही। बीएसई का स्मॉल कैप सूचकांक 5 प्रतिशत तक चढ़ गया। मिडकैप सूचकांक 3.93 प्रतिशत ऊपर गया। इनमें बढ़ने और गिरने वाले स्टॉकों का अनुपात क्रमश: 7-1 और 11-1 रहा। बीएसई-500 में 2.96 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
सेक्टर सूचकांकों में बीएसई का धातु सूचकांक 5.78 प्रतिशत ऊपर गया। पूंजीगत सामान का सूचकांक 5.40 प्रतिशत चढ़ा। सूचना प्रौद्योगिकी का सूचकांक 4.98 प्रतिशत और कंज्यूमर डयूरेबल का सूचकांक 4.86 प्रतिशत बढ़ा। रियल एस्टेट कंपनियों का सूचकांक 4.36 प्रतिशत और पावर का सूचकांक 4.16 प्रतिशत चढ़ा।