facebookmetapixel
केंद्र सरकार ने चीनी निर्यात पर लगाई मुहर, मोलासेस टैक्स खत्म होने से चीनी मिलों को मिलेगी राहतCDSCO का दवा कंपनियों पर लगाम: रिवाइज्ड शेड्यूल एम के तहत शुरू होंगी जांचें; अब नहीं चलेगी लापरवाहीपूर्वोत्तर की शिक्षा में ₹21 हजार करोड़ का निवेश, असम को मिली कनकलता बरुआ यूनिवर्सिटी की सौगातकेंद्र सरकार ने लागू किया डीप सी फिशिंग का नया नियम, विदेशी जहाजों पर बैन से मछुआरों की बढ़ेगी आयCorporate Action Next Week: अगले हफ्ते शेयर बाजार में स्प्लिट-बोनस-डिविडेंड की बारिश, निवेशकों की चांदीBFSI फंड्स में निवेश से हो सकता है 11% से ज्यादा रिटर्न! जानें कैसे SIP से फायदा उठाएं900% का तगड़ा डिविडेंड! फॉर्मिंग सेक्टर से जुड़ी कंपनी का निवेशकों को तोहफा, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्तेDividend Stocks: निवेशक हो जाएं तैयार! अगले हफ्ते 40 से अधिक कंपनियां बांटेंगी डिविडेंड, होगा तगड़ा मुनाफाStock Split: अगले हफ्ते दो कंपनियां करेंगी स्टॉक स्प्लिट, छोटे निवेशकों के लिए बनेगा बड़ा मौकादेश में बनेगा ‘स्पेस इंटेलिजेंस’ का नया अध्याय, ULOOK को ₹19 करोड़ की फंडिंग

Swiggy Share: 1 महीने में 5% टूटा शेयर, ब्रोकरेज ने कहा- अब खरीदने का आया समय, ₹635 तक जाएगा भाव

बर्नस्टीन के मुताबिक, स्विगी के शेयर फिलहाल सही वैल्यू पर हैं और इनमें आगे और बढ़ने की गुंजाइश है।

Last Updated- January 09, 2025 | 4:25 PM IST
Swiggy

Swiggy share price: फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी (Swiggy) के शेयरों में 9 जनवरी 2025 को जबरदस्त तेजी देखी गई। शेयर की कीमत 6.12% उछलकर ₹520.70 तक पहुंच गई। इस उछाल की वजह बनी ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन की रिपोर्ट, जिसमें स्विगी के शेयर को ‘आउटपरफॉर्म’ रेटिंग दी गई और ₹635 का टारगेट प्राइस तय किया गया। ये टारगेट प्राइस 8 जनवरी 2025 के बंद प्राइस ₹490.65 से करीब 29% ज्यादा है।

ब्रोकरेज फर्म क्या कहती हैं?

बर्नस्टीन के मुताबिक, स्विगी के शेयर फिलहाल सही वैल्यू पर हैं और इनमें आगे और बढ़ने की गुंजाइश है। रिपोर्ट में कहा गया कि फूड डिलीवरी सेगमेंट का ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) वित्त वर्ष 2025 से 2027 तक 21% की दर से बढ़ सकता है। साथ ही, भारत में बढ़ती “कंवीनियंस इकोनॉमी” और सुपरफास्ट डिलीवरी मॉडल्स का फायदा स्विगी को मिलेगा।

दिसंबर 2024 में हांगकांग बेस्ड ब्रोकरेज फर्म CLSA ने भी स्विगी पर ‘आउटपरफॉर्म’ रेटिंग दी थी। CLSA ने स्विगी को भारत की सबसे इनोवेटिव कंपनी बताते हुए ₹708 का टारगेट प्राइस दिया था। एक्सिस कैपिटल ने भी स्विगी को ‘खरीदें’ रेटिंग दी और ₹640 का लक्ष्य तय किया।

स्विगी का परफॉर्मेंस

स्विगी ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (Q2FY25) में ₹625.5 करोड़ का नेट लॉस दर्ज किया, जो पिछले साल ₹657 करोड़ था। हालांकि, पहली तिमाही (Q1FY25) के ₹611 करोड़ के मुकाबले घाटा थोड़ा बढ़ा है। लेकिन, अच्छी खबर यह है कि स्विगी की ऑपरेशंस से कमाई 30% बढ़कर ₹3,601 करोड़ हो गई, जबकि पिछले साल ये ₹2,763.3 करोड़ थी। इसी तरह, ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) 30% बढ़कर ₹11,306 करोड़ पहुंच गया। स्विगी इंस्टामार्ट, जो 10 मिनट में ग्रॉसरी डिलीवर करता है, उसमें भी GOV 24% तिमाही दर पर बढ़ा।

IPO में धमाकेदार एंट्री

स्विगी ने 13 नवंबर 2024 को शेयर बाजार में एंट्री की। बीएसई पर यह ₹412 पर लिस्ट हुआ, जो ₹390 के आईपीओ प्राइस से 5.6% प्रीमियम पर था। एनएसई पर तो और शानदार शुरुआत हुई, जहां यह ₹420 पर लिस्ट हुआ, जो 7.6% का प्रीमियम था।

स्विगी के बारे में

2014 में बेंगलुरु से शुरू हुआ स्विगी आज भारत के 580 से ज्यादा शहरों में काम कर रहा है। सिर्फ फूड डिलीवरी ही नहीं, स्विगी इंस्टामार्ट से ग्रॉसरी और स्विगी जीनि से पार्सल डिलीवरी की सुविधाएं भी देता है। इसके अलावा, स्विगी वन मेंबर्स को खास ऑफर मिलते हैं। कंपनी की मार्केट वैल्यू फिलहाल ₹1,12,638.67 करोड़ है। स्विगी का मुकाबला ज़ोमैटो, ज़ेप्टो, और डंज़ो जैसी कंपनियों से है।

पिछले एक महीने में स्विगी के शेयरों में करीब 5% की गिरावट देखने को मिली थी। लेकिन अब यह शेयर नई ऊंचाई छूने को तैयार है। दोपहर 03:20 बजे स्विगी के शेयर 4.31% चढ़कर ₹511.75 पर ट्रेड कर रहे थे। वहीं, बीएसई सेंसेक्स 0.69% की गिरावट के साथ 77,612.63 पर था।

First Published - January 9, 2025 | 4:10 PM IST

संबंधित पोस्ट