महंगाई दर के सातवें आसमान पर पहुंचने के बाद बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स जमीन पर औंधे मुंह गिर पड़ा।
सेंसेक्स 489.43 अंक लुढ़कते हुए शुक्रवार को 15343.12 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 124.60 अंक की गिरावट के साथ 4647.00 पर बंद हुआ।बाजार पर ये आशंकाएं हावी रहीं कि महंगाई दर चढ़ने से भारतीय रिजर्व बैंक कड़े मौद्रिक उपाय कर सकता है। नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में भी बढ़ोतरी की जा सकती है।
एचडीएफसी के शेयरों में 6.83 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 2.99 प्रतिशत, एसबीआई में 2.06 प्रतिशत, विप्रो में 4.53 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक में 3.07 प्रतिशत, भारती एयरटेल में 4.53 प्रतिशत, एचडीएफसी बैंक में 2.59 प्रतिशत, इन्फोसिस टेक में 2.55 प्रतिशत, जयप्रकाश एसोसिएट्स में 5.21 प्रतिशत और महिन्द्रा एंड महिन्द्रा के शेयरों में छह प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
कारोबार का आकार अपेक्षाकृत कम यानी 4966.33 करोड़ रुपये रह गया। आरपीएल के शेयरों में सबसे अधिक 247.62 करोड़ रुपये, रिलायंस कैपिटल में 240.52 करोड़ रुपये, भेल में 216.30 करोड़ रुपये, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 206.72 करोड़ रुपये और एलएंडटी में 199.48 करोड़ रुपये का कारोबार दर्ज हुआ।
सेबी सतर्क
सेबी ने शुक्रवार को कहा कि वह शेयर बाजार पर निगाह रखे हुए है। सेबी के पूर्णकालिक सदस्य टी.सी. नायर ने कहा कि जब वृध्दि ज्यादा होती है तो समस्या होती है।
प्रत्यक्ष बाजार एक्सेस मिलेगा
सेबी प्रत्यक्ष बाजार एक्सेस सुविधा प्रदान करेगा, जो संस्थागत ग्राहकों को ब्रोकरों के मैनुअल हस्तक्षेप के बिना बिक्री और खरीदारी में मददगार होगी। प्रत्यक्ष बाजार एक्सेस से ग्राहक को ब्रोकरों के बुनियादी ढांचे की मदद से एक्सचेंज कारोबार प्रणाली तक एक्सेस मिलेगा।
पेशकश दस्तावेज शुल्क घटा
सेबी ने सार्वजनिक निर्गम और म्यूचुअल फंड के पेशकश दस्तावेज दाखिल करने का शुल्क घटा दिया है। उसने प्रतिभूतियों की पुनर्खरीद की पेशकश का शुल्क और वेंचर कैपिटल फंड का पंजीकरण शुल्क भी कम कर दिया है।