बेंचमार्क सूचकांकों में बुधवार को तेजी रही। अमेरिका और चीन व्यापार करार की उम्मीद से निफ्टी एक साल बाद पहली बार 26,000 के ऊपर बंद हुआ। यह सूचकांक 118 अंक या 0.5 प्रतिशत की बढ़त के साथ 26,054 पर टिका। 27 सितंबर, 2024 के बाद पहली बार निफ्टी 26,000 से ऊपर बंद हुआ है।
सेंसेक्स 369 अंक या 0.4 प्रतिशत बढ़कर 84,997 पर पहुंच गया। बुधवार के बंद भाव से सेंसेक्स अपने सर्वकालिक उच्चतम स्तर से केवल 1 प्रतिशत और निफ्टी 0.6 प्रतिशत पीछे है। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण 3.2 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 474 लाख करोड़ रुपये रुपये हो गया जो 27 सितंबर, 2024 के 478 लाख करोड़ रुपये रुपये के सर्वकालिक उच्चतम स्तर से थोड़ा कम है।
गुरुवार को दक्षिण कोरिया में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात से पहले अमेरिका और चीन में समझौते पर प्रगति की खबरों के बाद निवेशकों का मनोबल बढ़ा। अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने बुधवार को सोल में शिखर सम्मेलन में व्यापार समझौते को भी अंतिम रूप दिया।
धातु और ऊर्जा शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी रही। निफ्टी मेटल सूचकांक 1.7 प्रतिशत बढ़ा और निफ्टी ऑयल ऐंड गैस सूचकांक में 2.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। इसकी वजह यह उम्मीद थी कि व्यापार तनाव कम होने से कमोडिटी की मांग बढ़ेगी। ब्रोकरेज फर्मों के अदाणी एनर्जी सॉल्युशंस पर तेजी का रुख दोहराए जाने के बाद अदाणी समूह के सभी शेयरों में एक को छोड़कर तेजी आई। अदाणी पोर्ट्स और अदाणी एंटरटेनमेंट दोनों में 2 प्रतिशत से अधिक की बढ़त दर्ज की गई।
इस महीने शेयर बाजार में तेजी देखी गई है जिसे मजबूत तिमाही नतीजों और भारत व अमेरिका के बीच व्यापार समझौते की उम्मीदों से समर्थन मिला है। यह आशा की जा रही है कि भारतीय निर्यात पर टैरिफ को मौजूदा 50 प्रतिशत से घटकर 15-16 प्रतिशत किया जा सकता है। ऐसा समझौता मौजूदा तेजी को नई गति दे सकता है। हालांकि अनिश्चितता और बढ़े हुए भावों के कारण उच्च स्तरों पर मुनाफावसूली जारी है।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों और वैश्विक व्यापार के तानेबाने पर बेहतर स्पष्टता के कारण घरेलू बाजार मजबूती के साथ बंद हुआ। भारत और अमेरिका व्यापार वार्ता में संभावित प्रगति को लेकर आशावाद ने मनोबल को और मजबूती दी।’
बुधवार को एफपीआई 2,540 करोड़ रुपये के शुद्ध बिकवाल रहे। घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 5,693 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। एनएसडीएल के आंकड़ों के अनुसार हालिया बिकवाली के बावजूद एफपीआई इस महीने 17,493 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे हैं। बाजार में मजबूती बनी रही। कुल 2,446 शेयरों में तेजी रही जबकि 1,727 शेयरों में गिरावट आई।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘विभिन्न क्षेत्रों में बारी-बारी से खरीदारी के कारण हमें उम्मीद है कि तेजी का मौजूदा रुख जारी रहेगा और निफ्टी नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है। तत्काल समर्थन 25,800 पर है। बाजार की व्यापकता में सुधार सकारात्मक रुझान बढ़ा रहा है, लेकिन हम बुनियादी रूप से मजबूत कंपनियों के पक्ष में चयनात्मक दृष्टिकोण की सलाह देते हैं।’