अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद से अदाणी समूह के शेयरों में बिकवाली जारी है। समूह पर वित्तीय अनियमितता के आरोप लगने से पिछले दो दिन में उसका बाजार पूंजीकरण 50 अरब डॉलर (4.2 लाख करोड़ रुपये) घट गया है। इसका असर शेयर बाजार और खास तौर पर बैंकिंग शेयरों पर भी दिखा है।
बेंचमार्क निफ्टी आज 288 अंक गिरकर 17,604 पर बंद हुआ, जो 23 दिसंबर के बाद इसमें सबसे बड़ी गिरावट है। सेंसेक्स भी दिन में करीब 1,230 अंक गिर गया। हालांकि बाद में यह संभला मगर 874 अंक गिरकर 59,331 पर बंद हुआ।
बैंक निफ्टी में 3.13 फीसदी गिरावट दर्ज की गई। आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई का शेयर सबसे ज्यादा 4-4 फीसदी गिरा। अदाणी समूह में अच्छा खासा निवेश करने वाली भारतीय जीवन बीमा निगम का शेयर भी 3.5 फीसदी टूट गया।
बाजार में उतार-चढ़ाव को आंकने वाला इंडिया वीआईएक्स सूचकांक 18 फीसदी बढ़कर 17.3 पर पहुंच गया, जिससे आगे भी बाजार में ज्यादा घट-बढ़ के संकेत मिलते हैं। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 5,978 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की।
केआर चोकसी होल्डिंग के संस्थापक एवं प्रवर्तक देवेन चोकसी ने कहा, ‘अदाणी समूह पर जो सवाल उठाए गए हैं, वह उसके कारोबार पर नहीं हैं बल्कि कंपनी प्रशासन से जुड़े हुए हैं। आज की गिरावट कुछ वैश्विक ट्रेडरों की शार्ट पोजिशन की वजह से आई है। यह खतरनाक स्थिति है क्योंकि इससे निवेशकों में घबराहट पैदा होती है।’
हिंडनबर्ग ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट में अदाणी समूह पर शेयरों में हेरफेर करने, खातों में गड़बड़ी करने और क्षमता से ज्यादा कर्ज लेने के आरोप लगाए थे। अदाणी समूह ने इन आरोपों को निराधार और दुर्भावनापूर्ण बताया था। समूह कानूनी कदम उठाने पर भी विचार कर रहा है। इस रिपोर्ट से निफ्टी पीएसयू बैंक सूचकांक में 5.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
सीएलएसए ने एक नोट में कहा है, ‘सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की अदाणी समूह के कुल कर्ज में करीब 30 फीसदी हिस्सेदारी है, लेकिन पिछले तीन साल से कुल कर्ज में इनकी हिस्सेदारी बढ़ी नहीं है।’
महज दो कारोबारी सत्र में देसी शेयर बाजार का पूंजीकरण करीब 11 लाख करोड़ रुपये घट गया। अदाणी समूह के बाजार पूंजीकरण में 38 फीसदी की कमी आई है।
इसका असर गौतम अदाणी की हैसियत पर भी पड़ा है, जो घटकर 100 अरब डॉलर से नीचे आ गई है और वह अमीरों की सूची में तीन पायदान नीचे फिसल गए हैं। पिछले साल अदाणी दुनिया दूसरे सबसे अमीर शख्स बन गए थे।
इससे पहले फिच समूह की फर्म क्रेडिटसाइट्स ने अदाणी समूह के कर्ज पर चिंता जाहिर की थी।